रविवार, 29 जून 2025

अल्ट्रासाउंड संचालिका को मिली जान से मारने की धमकी, दिया तहरीर

फतेहपुर। थाना सुल्तानपुर घोष क्षेत्र के प्रेमनगर कस्बे में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर की संचालिका नीलम खान ने थाना में लिखित तहरीर देते हुए बताया कि मेरी ग़ैर मौजूदगी में सरवर अली पुत्र अज्ञात निवासी कूरा मुरीदन थाना सैनी मेरे अल्ट्रासाउंड सेंटर आकर मेरे स्टाफ को धमकाते हुए उनसे कहा कि अपनी मैडम डॉक्टर नीलम खान और उनके पति डॉक्टर अजमल खान को बता देना कि होशियार होकर आए - जाएँ अन्यथा बहुत जल्द ही जान से हाथ धो लेंगे।
पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि उपरोक्त सरवर अली ने धमकियाँ और गाली - गलौज करते हुए कहा कि किसी दिन मै उनको रास्ते में गोली से मारकर चीथड़े उड़ा दूंगा जिससे अरीशा अल्ट्रासॉउन्ड सेंटर के कर्मियों में डर व भय का माहौल बना हुआ है, पीड़िता ने कहा कि मेरे जान व माल का खतरा की धमकियाँ मिली हुई हैं जिससे हम लोग डरे व सहमे हुए हैं।

आलिया हॉस्पिटल की कार्यवाही के बाद उसका संचालक दे रहा धमकी

वहीं मामले की गंभीरता पर अरीशा अल्ट्रासाउंड सेंटर की संचालिका डॉक्टर नीलम खान ने बताया कि विगत 18 जून को अरीशा अल्ट्रासॉउन्ड सेंटर के सामने संचालित रहा आलिया हॉस्पिटल में जहर खाने वाली महिला की मौत होने के बाद डिप्टी सीएमओ ने जाँच पड़ताल करके सीज की कार्यवाही किया था जिससे आलिया अस्पताल के संचालक सरवर अली खुन्नस खाये हुए मन में शंका बना रखा है कि सीज की कार्यवाही में अरीशा अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालिका नीलम खान का हाथ हो सकता है। इसी खुन्नस में उक्त व्यक्ति ने जान से मारने की धमकियाँ दे डाली है।
पुरे मामले में थाना प्रभारी तेज बहादुर सिंह ने बताया कि प्रार्थना पत्र मिला है जाँच पड़ताल की जा रही है, जाँच में जो सामने निकलकर आएगा उसी के आधार पर जल्द कार्यवाही की जाएगी।

बुधवार, 25 जून 2025

पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की मनाई गई जयंती

आज़मगढ़ । समाजिक न्याय और किसान संगठनों ने पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की जयंती पर श्रीकांतपुर, तहबरपुर, आज़मगढ़ में जनसभा की।
वक्ताओं ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने मंडल कमीशन लागू करके देश की सबसे बड़ी पिछड़ी आबादी को उसका हक़-अधिकार दिलाया। आज जब देश में जन आंदोलनों के दबाव में आज़ाद भारत की पहली जातिगत जनगणना होने जा रही है तो उसका श्रेय वीपी सिंह को भी जाता है। वीपी सिंह कॉरपोरेट गठजोड़ के खिलाफ़ अंतिम दम तक लड़ते रहे। विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के एकलौते प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने पद से हटने के बाद भी अपनी आंदोलनकारी भूमिका नहीं छोड़ी। 
वीपी सिंह सच्चे मायनों में समाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्ध थे जिन्होंने अपनी जाति की परवाह किए बगैर राष्ट्र निर्माण का महत्वपूर्ण दस्तावेज़ मंडल कमीशन को लागू किया। वीपी सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि यह होगी कि जिस मंडल कमीशन की एक सिफारिश को उन्होंने लागू किया उसकी सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू किया जाए। 
कार्यक्रम को किसान नेता राजीव यादव, एनएपीएम के राज शेखर, पूर्वांचल किसान यूनियन से वीरेंद्र यादव, महेंद्र यादव, अधिवक्ता विमला यादव, हरेंद्र, दयाराम साहनी, पूर्व फौजी चंद्रेश यादव, दिनेश यादव, सत्यम प्रजापति, मनोज यादव, राजेश यादव, पेरियार शिवशंकर ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में सरोज यादव, पूर्वांचल किसान यूनियन से प्रेमचंद भारती, अधिवक्ता विनोद यादव, सोशलिस्ट किसान सभा से साहबदीन, सोशलिस्ट किसान सभा से नंदलाल यादव, हीरालाल यादव, कुलदीप, ज्ञानेंद्र प्रजापति, मनीष यादव, रामदुलार चौहान, जय प्रकाश मास्टर शामिल हुए और कार्यक्रम की अध्यक्षता नंदकुमार निषाद ने किया।

तालाबों पर अतिक्रमण को लेकर आंखों पर पट्टी बांधकर समिति ने दर्ज कराया विरोध

फतेहपुर। जिले में तालाबों पर हो रहे अतिक्रमण और प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ युवा विकास समिति ने बुधवार को एक अनोखा प्रदर्शन किया। आंखों पर काली पट्टी बांधकर कार्यकर्ताओं ने सदर तहसील परिसर में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन को नींद से जगाने का प्रयास किया। समिति के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने आरोप लगाया कि जिले के लगभग 1100 से अधिक तालाबों पर भू-माफियाओं ने कब्जा जमा लिया है। मिट्टी भरकर तालाबों की जमीन पर अवैध प्लॉटिंग और निर्माण धड़ल्ले से हो रहे हैं, जिससे वर्षा जल संरक्षण बाधित हो गया है और भूजल स्तर चिंताजनक गति से गिर रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र मिश्रा ने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिला प्रशासन आंखों पर पट्टी बांधकर बैठा है और भू-माफिया तालाबों को निगलते जा रहे हैं। संगठन लगातार ज्ञापन दे रहा है, लेकिन प्रशासन की नींद अब तक नहीं टूटी। विशेषज्ञों की मानें तो यदि इस स्थिति को तुरंत नहीं रोका गया तो आने वाले वर्षों में जिले को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। वहीं युवा विकास समिति के जिला अध्यक्ष कंचन मिश्रा ने बताया कि सदर क्षेत्र के मुस्लिम इंटर कॉलेज के पास, मुराइन टोला ज्वालागंज स्थित संस्कृत विद्यालय के पीछे कई अन्य जगहों पर तालाबों को मिट्टी से पाटकर अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा समय-समय पर चलाए जाने वाले अतिक्रमण विरोधी अभियान केवल दिखावा होते हैं, जिनका कोई स्थायी असर नहीं पड़ता। इस दौरान तहसीलदार को सौंपे गए ज्ञापन में समिति ने गांव व वार्ड पर जांच और तालाबों की स्थिति पर निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित करने की मांग की।
प्रदर्शन में संगठन के आफताब, दीप कुमार, शिव चन्द्र, सुनील यादव, विकास श्रीवास्तव एडवोकेट, भूपेंद्र सिंह, अविनाश त्रिवेदी, श्याम बाबू, सुशील अग्निहोत्री, अयान, यूसुफ समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।



हिन्दी साहित्य भारती (अंतरराष्ट्रीय) ने जारी की कार्यकारणी

लखनऊ। हिंदी साहित्य भारती के मुख्यालय में केन्द्रीय निर्णय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री, डॉo रवीन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के उपरांत केन्द्रीय (अंतरराष्ट्रीय) कार्यकारिणी में गुणवत्ता के आधार पर कुछ परिवर्तन किये गये। सर्वसम्मत निर्णय के अनुसार केन्द्रीय (अंतरराष्ट्रीय) कार्यकारिणी जारी की गई।
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हिन्दी साहित्य भारती (अंतरराष्ट्रीय) के स्थाई  सदस्य कार्यकारिणी बने वरिष्ठ पत्रकार शाश्वत तिवारी।
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हिन्दी साहित्य भारती (अंतरराष्ट्रीय) एक वैश्विक संस्था है। जो हिंदी साहित्य, संस्कृति और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। यह संस्था 36 देशों में सक्रिय है, और इसका उद्देश्य "मानव बन जाए जग सारा, यह पावन संकल्प हमारा" के ध्येय वाक्य के साथ, भारतीय चिंतन और दर्शन के आधार पर मानवीय जीवन मूल्यों को पुनर्स्थापित करना है।
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ओरछा मध्य प्रदेश में संम्पन्न हुई, हिंदी साहित्य भारती की अन्तरराष्ट्रीय मंथन बैठक।
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यह संस्था दुनिया भर में फैली हुई है, 36 देशों में सक्रिय है, और भारत के प्रत्येक प्रदेश और कई जिलों में अपनी टीम का गठन कर चुकी है।
इसका मुख्य उद्देश्य हिंदी साहित्य, संस्कृति और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देना है। यह संस्था भारतीय संस्कृति, भाषा और मूल्यों को सशक्त करने का काम करती है।
हिन्दी साहित्य भारती हिंदी के समग्र उत्थान और प्रसार के लिए काम करती है, जिसमें साहित्यिक कार्यक्रम, संगोष्ठी, और पुरस्कार वितरण शामिल हैं।
इस संस्था को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में स्थान मिल चुका है, जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में इसके योगदान को दर्शाता है।

देशव्यापी ई-पासपोर्ट सेवाओं की घोषणा

नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को 13वें पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम (पीएसपी) के अगले चरण और देशव्यापी ई-पासपोर्ट सेवाओं की शुरुआत की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्रालय और भारत तथा विदेश में सभी पासपोर्ट अधिकारियों को पासपोर्ट प्रक्रिया सरल एवं सहज बनाने में उनके निरंतर प्रयासों के लिए बधाई दी।
विदेश मंत्रालय की ओर से 23 से 25 जून के बीच तीन दिवसीय क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी (आरपीओ) सम्मेलन भी आयोजित किया गया। पासपोर्ट सेवा दिवस पर अपने संदेश में विदेश मंत्री जयशंकर ने ई-पासपोर्ट परियोजना के साथ-साथ पीएसपी संस्करण 2.0 को लागू करने के लिए मंत्रालय को बधाई दी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्ष 2014 में 91 लाख पासपोर्ट से वर्ष 2024 में 1.46 करोड़ पासपोर्ट तक की पासपोर्ट सेवा की यात्रा एम-पुलिस ऐप, पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके), जीपीएसपी सहित नवाचारों (इनोवेशन) द्वारा चिह्नित की गई है, जिसने देश के सबसे दूरदराज के हिस्सों में भी पासपोर्ट वितरण को अपेक्षाकृत तेज और परेशानी मुक्त बना दिया है।
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जयशंकर ने ‘सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण’ के स्तंभों के तहत पासपोर्ट सेवाओं में हुए बदलाव पर जोर दिया। उन्होंने इसे विकसित भारत के लक्ष्य को पाने का केंद्रीय जरिया बताया। उन्होंने कहा सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण शासन के तीन प्रमुख स्तंभ हैं, जो हमें विकसित भारत की ओर ले जाएंगे। ये सभी हमारे पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम में साफ तौर पर दिखाई देते हैं।
विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने 24 जून को आयोजित पासपोर्ट सेवा दिवस समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने पासपोर्ट कार्यालयों के इनोवेटिव प्रयासों की भी सराहना की, जैसे कि पासपोर्ट कार्यालय में आदिवासी सहकारी विपणन विकास संघ लिमिटेड (ट्राइफेड) आउटलेट, जो आदिवासी कल्याण, सौर संयंत्र और वर्षा जल संचयन संयंत्रों को बढ़ावा देते हैं। इस अवसर पर राज्य मंत्री ने पासपोर्ट वितरण सेवाओं की पहुंच और दक्षता बढ़ाने में उनके योगदान के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों और संगठनों को पुरस्कार भी प्रदान किए। 
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा इस मौके पर नागरिकों को तेज, सुरक्षित और परेशानी मुक्त पासपोर्ट सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से पासपोर्ट सेवा परियोजना संस्करण 2.0, ई-पासपोर्ट की शुरुआत, मानव संसाधन विकास, क्षमता निर्माण, लोक शिकायत निवारण तंत्र, सुरक्षा संबंधी मुद्दों आदि सहित कई मुद्दों पर उपयोगी विचार-विमर्श हुआ।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

मंगलवार, 24 जून 2025

भारत ने यूएन में कहा- अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत

न्यूयॉर्क। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की एक बैठक में कहा कि भारत और अफगानिस्तान के विशेष संबंध सभ्यतागत और ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित हैं। भारत अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है। दोहा और अन्य क्षेत्रीय मंचों में संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में हमारी भागीदारी हमारे निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पी. हरीश ने अफगानिस्तान पर यूएनएससी की तिमाही बैठक में भारत का वक्तव्य देते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान में मादक पदार्थों के खिलाफ और निजी क्षेत्र को सक्षम बनाने पर दो यूएनएएमए कार्य समूहों में सक्रिय भागीदार रहा है। 
भारतीय राजदूत ने कहा विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के बीच हाल ही में हुई फोन कॉल में, विदेश मंत्री ने अफगान पक्ष द्वारा पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा का स्वागत किया। उन्होंने भारत और अफगान लोगों के बीच पारंपरिक मित्रता की पुष्टि की और उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।
हरीश ने कहा अफगान लोगों के लिए हमारी मानवीय सहायता और क्षमता निर्माण प्राथमिकताओं को लागू करने के लिए हम स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, शिक्षा और खेल के क्षेत्रों में अफगान लोगों का समर्थन करने के लिए विभिन्न संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं। 2021 से भारत ने अफगानिस्तान को गेहूं, दवाइयां और टीके, कीटनाशक और अन्य सामाजिक सहायता वस्तुओं की आपूर्ति की है। यूएनओडीसी के साथ साझेदारी में, हमने अफगान ड्रग्स पुनर्वास कार्यक्रमों के लिए सामाजिक सहायता वस्तुओं की आपूर्ति की है, साथ ही विशेष रूप से महिलाओं के लिए महिला स्वच्छता किट, शिशु आहार, कंबल, कपड़े और दवाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। भारत अफगान छात्रों के लिए छात्रवृत्ति/फेलोशिप योजनाएं प्रदान करना भी जारी रखे हुए है।
इससे पहले भारतीय राजनयिक हरीश ने यूएनएससी सुधारों पर आयोजित अंतर-सरकारी वार्ता में पाठ-आधारित वार्ता की शीघ्र शुरुआत के लिए भारत के आह्वान को दोहराया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सदस्य राष्ट्रों की आकांक्षाओं के अनुसार सुरक्षा परिषद सुधारों के दृष्टिकोण को साकार करने के उद्देश्य से सभी गंभीर प्रयासों पर आगे की ओर देखने के लिए तैयार है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

ओआईसी को भारत के आंतरिक मामलों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं: विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली। भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की तरफ से की गई भारत-विरोधी टिप्पणियों को सिरे से खारिज करते हुए उसे ‘अनुचित और तथ्यहीन’ करार दिया है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि ओआईसी को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है, जिसमें जम्मू-कश्मीर भी शामिल है, जो भारत का एक अभिन्न और संप्रभु हिस्सा है। 
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा ये टिप्पणियां पाकिस्तान द्वारा प्रेरित हैं, जिसने आतंकवाद को अपनी राजनयिक नीति का हिस्सा बना लिया है। यह ओआईसी मंच का संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए निरंतर दुरुपयोग है। मंत्रालय ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान से फैला आतंकवाद एक सच्चाई है, जिसे दुनिया मान चुकी है, लेकिन ओआईसी इसे जानबूझकर नजरअंदाज कर रहा है। 
बता दें कि ओआईसी की विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) का 51वां सत्र 21-22 जून को तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित हुआ था, जहां पाकिस्तान की हिमाकत करते हुए भारत के आंतरिक मामलों पर ‘अनुचित’ टिप्पणी की गई थी। इसके जवाब में भारत ने कहा कि ओआईसी बार-बार पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद के वास्तविक और दस्तावेजीकृत खतरों की अनदेखी करता है। हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले में यह स्पष्ट रूप से देखा गया, जो इस मंच की सच्चाई और वैश्विक आतंकवाद विरोधी सहमति के प्रति जानबूझकर की जा रही उपेक्षा को दर्शाता है।
विदेश मंत्रालय ने दो टूक कहा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न और संप्रभु हिस्सा है। यह भारत के संविधान में दर्ज है। ओआईसी को पाकिस्तान के प्रचार के प्रभाव में आकर अपने एजेंडे को राजनीतिक रंग देने से बचना चाहिए, वरना इसकी विश्वसनीयता और प्रासंगिकता को गहरी क्षति पहुंचेगी।
विदेश मंत्रालय ने ओआईसी बैठक में पाकिस्तान द्वारा लगाए गए “बेसिर-पैर के आरोपों” को भी खारिज किया और कहा कि यह पाकिस्तान द्वारा दुनिया का ध्यान अपने यहां प्रायोजित आतंकवाद, अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और सांप्रदायिक हिंसा से भटकाने की नाकाम कोशिश है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

मोदी की कूटनीतिक जीत: ईरान ने एयर स्पेस खोला

अब ये साबित हो गया कि ईरान न सिर्फ भारत का दोस्त है, बल्कि भारत के लिए असाधारण कदम उठाने को भी तैयार है। पीएम नरेंद्र मोदी की ये बड़ी उपलब्धि है। ये भारत के तिरंगे का कमाल है। ईरान में लगभग 6 हज़ार भारतीय नागरिक रहते हैं। इनमें से आधे के करीब छात्र हैं। इन सबको स्वदेश लाने के लिए मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है। 
ईरान चलती जंग के बीच अपना एयरस्पेस भारत के लिए खोल दे, ये भारत की कूटनीति की ताकत का बड़ा सबूत है। युद्ध के मैदान से ये खबर किसी को भी हैरान करेगी कि ईरान ने, न सिर्फ एयरस्पेस खोला, बल्कि भारतीय छात्रों को वापस पहुंचाने के लिए अपने विमान भी दिए। ईरान की ये पहल जवाब है उन लोगों को, जो कहते थे कि मोदी की नेतन्याहू से दोस्ती की वजह से ईरान नाराज़ है।
अब ये साबित हो गया कि ईरान न सिर्फ भारत का दोस्त है, बल्कि भारत के लिए असाधारण कदम उठाने को भी तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ये बड़ी उपलब्धि है। ये भारत के तिरंगे का कमाल है। आपको याद होगा, कई साल पहले जब भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस गए थे, तो मोदी ने जेलेंस्की और पुतिन दोनों से बात करके थोड़ी देर के लिए युद्ध रुकवाया था, और भारतीय छात्रों को सेफ पैसेज दिलवाया था। मुझे याद है उस समय पाकिस्तान के बहुत से छात्र भी भारतीय तिरंगे का सहारा लेकर यूक्रेन से बाहर निकले थे।
ईरान ने अपने यहां फंसे तकरीबन एक हजार भारतीय छात्रों और नागरिकों के लिए अपना एयरस्पेस खोल दिया है। ईरान अपने माहन एयरलाइन्स के 3 विमानों के ज़रिए छात्रों को भारत पहुंचाएगा। पहला विमान शुक्रवार देर रात पहुंची, बाकी दो विमान शनिवार और रविवार को भारत पहुंची। पहली चार्टर्ड फ्लाइट उत्तरी ईरान के मशाद शहर से दिल्ली पहुंची। इन तीन फ्लाइट्स से एक हज़ार से ज्यादा भारतीय भारत लौट आए। इनमें ज़्यादातर कश्मीरी छात्र हैं, जो ईरान की उर्मिया यूनिवर्सिटी और तेहरान मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे।

शाश्वत तिवारी

शुक्रवार, 20 जून 2025

ऑपरेशन सिंधुः इजरायल में फंसे भारतीय को निकालने के प्रयास तेज

तेल अवीव। ईरान और इजरायल के बीच लगातार बढ़ते तनाव के बाद भारत सरकार ने अब ऑपरेशन सिंधु का विस्तार करते हुए इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को भी निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं। तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास ने देश छोड़ने के इच्छुक सभी भारतीय नागरिकों से जल्द से जल्द दूतावास से संपर्क करने का आग्रह किया है।
भारतीय दूतावास ने लोगों को भूमि मार्ग से सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की योजना बनाई है, जिसके बाद भारतीय राजनयिक मिशनों के माध्यम से हवाई यात्रा की व्यवस्था की जाएगी। इस बीच काहिरा में भारतीय दूतावास ने पुष्टि की है कि ताबा सीमा पार करके मिस्र में प्रवेश करने वाले भारतीय नागरिकों से दूतावास के अधिकारियों का संपर्क हो चुका है। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया आवश्यक सहायता और रसद सहायता प्रदान की गई। हम सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित पारगमन और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ निकट समन्वय में हैं।
विदेश मंत्रालय ने इजरायल और ईरान में अभी भी मौजूद भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और संबंधित सरकारों द्वारा जारी सुरक्षा दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने की अपनी सलाह दोहराई है। ऑपरेशन सिंधु का यह विस्तार इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान से 110 भारतीय छात्रों को सफलतापूर्वक निकाले जाने के बाद किया गया है।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा भारत सरकार विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रखना जारी रखेंगे और हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए लगातार संपर्क में हैं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

बुधवार, 18 जून 2025

सरयू छट्ठी महाेत्सव: रामनगरी 'अयोध्या' में जुटी कई बड़ी हस्तियां हुई सम्मानित, फूलबंगला, महाआरती सहित भजन संध्या का आयोजन

अयोध्याधाम। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी
संत तुलसीदास, कच्चा घाट पर सरयू मैया के जन्मोत्सव के छट्ठी का महाेत्सव धूमधाम से मनाया गया। पूर्ण दिव्यता के साथ महाआरती से पूरा सरयू तट राेशन रहा, जिसकी आभा देखते ही बन रही थी। साथ ही साथ फूलबंगले में उपयोग किए गए अनेकानेक सुगंधित पुष्प झांकी की शाेभा बढ़ा रहे थे। दिव्य फूलबंगला झांकी में सरयू मैया विराज रही थी। जिनका दर्शन कर भक्तजनों ने अपना जीवन कृतार्थ किया तथा पुण्य के भागीदार बने। 
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विशेष आकर्षण का केंद्र बना उद्योगपति विश्वास स्वरूप अग्रवाल द्वारा कई महान विभूतियों का प्रेम पूर्वक किया गया सम्मान।
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नमामि सरयू सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित इस सरयू छट्ठी महाेत्सव में होने वाली भजन संध्या में नामचीन कलाकाराें के भजन, खास कर अयोध्या वासी मोहन शास्त्री के मनमाेहक भजनाें से महाेत्सव में चार-चांद लगा दिया। कलाकारों ने उत्सव की शाेभा बढ़ा दी। इससे श्राेतागण मंत्रमुग्ध मंत्रमुग्ध हाे गए। भजन संध्या का कार्यक्रम सायंकाल से शुरू होकर देररात्रि तक चलता रहा। 
छट्ठी महाेत्सव पर मां सरयू की दिव्य, भव्य फूलबंगला झांकी सजाई गई। इसके अलावा सरयू मैया का पूजन-अर्चन, अभिषेक, महाआरती, बधाई गीत, भजन, भंडारा, प्रसाद वितरण आदि कार्यक्रम हुआ। 
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नमामि सरयू सेवा ट्रस्ट के संरक्षक एवं मणिरामदास छावनी उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री महाराज माैजूद रहे। जिन्हाेंने मां सरयू का सवा कुंतल दूध से अभिषेक कर पूजन-अर्चन किया। मां काे छप्पन भोग लगाया गया। उसके बाद दीपदान कर 51 साै बत्ती से सरयू मैया की भव्य महाआरती उतारी। 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक कौशल जी, राज्य सूचना आयुक्त पदुम नारायण द्विवेदी, उद्योगपति विश्वास स्वरूप अग्रवाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
विश्वास स्वरूप अग्रवाल ने महंत कमलनयन दास शास्त्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक कौशल जी, राज्य सूचना आयुक्त पदुम नारायण द्विवेदी को अंगवस्त्र के साथ राम नाम पट्टिका ओढ़ाकर एवं श्री राम दर्शन का स्मृति चिन्ह देकर स्वागत अभिनन्दन किया।
महंत कमलनयन दास ने कहा कि सरयू मैया अपने भक्तों का कल्याण करती हैं। भक्तों पर आने वाली विपत्ति काे उनके द्वारा हमेशा-हमेशा के लिए दूर कर दिया जाता है। मां से राष्ट्र में सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना किया गया।
वहीं नमामि सरयू सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष राकेश पांडेय 'राजा महाराज' ने आए हुए अतिथियों, विशिष्टजनाें एवं संत-महंताें का अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत-सम्मान किया। उन्होंने कहा कि वह पिछले डेढ़ दशक से ज्यादा समय से संत तुलसीदास घाट पर नित्य सायंकाल सरयू मैया की आरती का आयोजन कर रहे हैं। इसके अलावा वह प्रतिवर्ष मां सरयू का छट्ठी महाेत्सव कबयोजन करते आ रहे हैं। 
इस छट्ठी महाेत्सव में खासतौर पर आयोजित बड़ा भंडारा में कई तरह स्वादिष्ट पकवान परोसे गए, जिसका शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक, कौशल जी, राज्य सूचना आयुक्त पदुम नारायण द्विवेदी, लखनऊ के बड़े उद्योगपति एवं इंडिया पेस्टीसाइड लिमिटेड के निदेशक विश्वास स्वरूप अग्रवाल, ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश तिवारी, उप निदेशक कृषि डा. पी.के. कन्नोजिया, ए.आरटीओ प्रशासन आरपी सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अविनाश शुक्ला, स्वामी मुरारी दास ने अपने हाथों से प्रसाद वितरित कर किया गया।
इस सरयू छट्ठी महाेत्सव आयोजन में करतलिया बाबा भजनाश्रम के महंत रामदास बालयाेगी, श्रीराम लक्ष्मण कुंज के महंत लक्ष्मण दास, आचार्य आनंद शास्त्री, पावन भारत टाइम्स के संपादक पवन पांडेय, सिस्टम बाबा, अशाेक सिंहल नगर वार्ड के पार्षद अंकित त्रिपाठी, दुर्गेश पांडेय, प्रदीप पांडेय, पुजारी अभिषेक पांडेय आदि समेत बड़ी संख्या में सरयू मैया के भक्तगण उपस्थित रहे।
@शाश्वत तिवारी

इलाज में लापरवाही बरतने पर डिप्टी सीएमओ ने आलिया हॉस्पिटल को किया सीज

- बिना डाक्टरों की मौजूदगी में जहरीला पदार्थ खाने के बाद महिला का हुआ था इलाज, इलाज के दौरान महिला की हुई थी मौत 
 
फतेहपुर। जिले के खागा तहसील क्षेत्र अंतर्गत प्रेम नगर कस्बे में संचालित आलिया हॉस्पिटल को बुधवार के दिन निरीक्षण के दौरान एसीएमओ फतेहपुर ने सीज कर दिया है। प्रेम नगर कस्बे में आलिया हॉस्पिटल सीज होने की खबर से अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच गया वहीं सूत्रों की माने तो प्रेम नगर कस्बे में लगभग तीन दर्जन से अधिक अवैध क्लीनिक व अस्पताल संचालित हैं।
बताते चलें कि थाना सुल्तानपुर घोष क्षेत्र अंतर्गत प्रेमनगर कस्बा में फतेहपुर एसीएमओ के निरीक्षण के दौरान कस्बे में अवैध तरीके से संचालित आलिया हॉस्पिटल में अधिकारियों द्वारा डॉक्टर कौन और कहाँ हैं के बारे में पूछताछ करने पर अस्पताल के स्टाफ द्वारा जवाब नहीं दे पाने और बोर्ड पर लिखा डॉक्टर के नंबर पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा मैं इलाहाबाद में रहता हूं मैं वहां नहीं आता हूं के जवाब से शक की सुई तय करने लगी कि अस्पताल मात्र अप्रशिक्षित झोलाछाप द्वारा संचालित किया जा रहा है। 
सूत्रों के मुताबिक आलिया हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ मानक विहीन भी बना है, दो महल के बिल्डिंग में फायर फाइटर वाटर सप्लाई की भी व्यवस्था मौजूद नहीं है, साथ ही अनुभवहीन डाक्टरों से इलाज कराया जाया करता था।
अधिकारियों द्वारा अस्पताल में गहनता से जाँच पड़ताल करने के दौरान बारह से चौदह बेड के साथ महिलाओं की डिलीवरी, एबार्शन, डीएनसी, एमटीपी आदि के अवैध उपकरण भी मौजूद मिलें। वहीं मौके पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं मिलें।
पूरे मामले में डिप्टी सीएमओ डॉक्टर इस्तेयाक अहमद ने बताया कि निरीक्षण के बीती रात्रि को सोशल मीडिया और हिंदी अखबारों में जहरीला पदार्थ खाने के दौरान एक महिला की इलाज के दौरान आलिया हॉस्पिटल प्रेमनगर में मौत की खबर प्रसारित हो रही थी उसी के आधार पर प्रेम नगर कस्बे का निरीक्षण किया गया तो आलिया हॉस्पिटल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं मिले। टेलीफोनिक वार्ता करने पर बोर्ड में लिखे नंबर में डॉक्टर ने बताया कि मैं प्रयागराज में हूं इतना ही नहीं मानक सहित कुछ बिंदुओं में खामियां भी मिली इसी के आधार पर सीज की कार्यवाही की गई है।
इस दौरान लोगों का कहना रहा कि इस अस्पताल में अप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा जान जाने से बेहतर हुआ कि अस्पताल सीज कर दिया गया है।

पैरावेट पशु मित्र मैत्री कार्यकर्ताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंप की चार बिंदुओं पर मांग

- मांग पूरी न होने पर 15 दिन बाद पशुधन विकास मंत्री का करेंगे घेराव 

फतेहपुर। ऑल पैरावेट पशुमित्र मैत्री कार्यकर्ता सेवा समिति संघ की जिला इकाई के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह के नेतृत्व में समस्त पशुमित्र एवं मैत्री कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों के लिए सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज को बुलंद करते हुए जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंप कर चार सूत्रीय मांग करने के साथ ही मांग पूरी न होने पर आगामी 15 दिन के बाद पशुधन विकास मंत्री के आवास का घेराव करने की चेतावनी भी दी है।
बताते चलें कि पैराविट कार्यकर्ताओं ने अपनी गुहार लगाते हुए कहा कि हम समस्त पशुमित्र एवं मैत्रियों से 24 घण्टे कार्य लिया जाता है। आगे बताया कि 1995 से हमारी नियुक्ति न्याय पंचायत स्तर पर हुई है जिसमें पशु पालन विभाग द्वारा प्रशिक्षण देकर और कुछ माह मानदेय देकर बन्द कर दिया गया। और जो नया प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसमें कोई नियमित मानदेय नही दिया जाता है और हमसे विभाग के सभी राजकीय कार्य लिए जाते है जैसे कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, पशु गणना, बधियाकरण एवं गौशाले पर पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान एवं प्राथमिक उपचार एवं टैगिंग का कार्य हम लोगों के द्वारा किया जाता है। इसके एवज में सरकार द्वारा हमें कोई नियमित मानदेय नही दिया जाता है। हमें प्रति टीका पर 5 रूपया और प्रति कृत्रिम गर्भाधान पर 50 रूपया भारत सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाता है जो कि बहुत ही कम है एवं विगत पांच माह से उसका भी कोई भुगतान नही हुआ है। इसलिये हम आप से मांग करते है कि हमें एक निश्चित मानदेय दिया जाये और इस प्रोत्साहन राशि को समाप्त कर दिया जाये। आगे पीड़ा बताया कि हमारे समकक्ष पंचायत मित्र, शिक्षा मित्र, पंचायत सहायक, आशा बहू एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को नियमित मानदेय प्रदान किया जा रहा है और हमें मात्र मानदेय दिये जाने का बार-बार आश्वासन दिया जाता है।
उपरोक्त बातों को लेकर जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी को चार सूत्रीय ज्ञापन देकर मांग की गई जिसमें लिखा गया है कि हम समस्त पशुमित्र एवं मैत्रियों को नियमित मानदेय दिया जाये। विभाग में खाली पड़े पद, पशुधन प्रसार अधिकारी एवं ड्रेसर एवं चतुर्थ श्रेणी के पद पर योग्यता के अनुसार समायोजित किया जाये। हम लोगों की सेवा नियमावली बनायी जाये तथा हम लोगों का काम काफी जोखिमपूर्ण है विभाग द्वारा हम लोगों का एक दुर्घटना बीमा कराया जाये जिसमे हमारा व परिवार का भविष्य सुरक्षित रह सके।
इन मांगों के साथ ही जिलाधिकारी से कहा गया है कि हम लोगों ने बार-बार ज्ञापन एवं प्रदर्शन के माध्यम से अपनी मांगो को आपके समक्ष रखा लोकिन प्रशासन द्वारा आज तक कोई भी प्रभावी कार्यवाही हम प्रार्थीगणों के मानदेय के लिए नही किया गया। अतः विवश होकर हम प्रदेश के समस्त पशुमित्र एवं मैत्री मिलकर यह निर्णय लिए है कि यदि 15 दिवस के अन्दर में हमारी नियमित मानदेय पर विचार नही किया गया तो हम 15 दिन के बाद दिनांक 03.07.2025 पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह के आवास का घेराव करेगें। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। यदि संगठन के किसी भी सदस्य के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी भी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।
इस दौरान जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह के साथ ही जिला संरक्षक राजपाल सिंह यादव, जिला उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, जिला महामंत्री गोपाल नारायण सिंह, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार नामदेव, जिला मंत्री दीप नारायण शुक्ल, जिला संगठन मंत्री श्याम मोहन मिश्रा, सुरेंद्र कुमार, राजेश कुमार यादव, पुरंदर यादव, अनिल कुमार, अरविंद दुबे, ए विजय सिंह यादव, लाल सिंह, लाल सिंह यादव, अजय कुमार, सुनील कुमार, इंद्रजीत निषाद, वीरू सिंह, संदीप सिंह, गौस मोहम्मद सिद्दीकी, अरशद, संगीता देवी, सुनीता देवी, रानी यादव, नेहा गुप्ता, राबिया खातून, अलका बैग सहित दर्जनों की तादाद में सदस्य एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे हैं।

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