फतेहपुर। सरकारें हमेशा ही ज़ीरो टॉलरेंस यानी भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने की बात कहती आती हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही होती हैं। वैसे ये वास्तविक सच आखिरकार कौन नहीं जानता है कि हर विभाग में काम कराने के लिए दलालों का अड्डा बना हुआ है लेकिन इस प्रक्रिया पर कहीं भी कोई मजबूती से वार नहीं होता है। पासपोर्ट का चलन हमेशा से ही रहा है पहले काम लखनऊ से होता रहा है फिर कानपुर से सुविधा मिली पर 26 अक्टूबर 2018 को तत्कालीन सांसद / केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र का शुभारम्भ किया गया है।
यूँ तो हर पासपोर्ट कार्यालय के बाहर दलालों का जमावड़ा शुरू से ही लगा रहा है तो आख़िरकार फतेहपुर का पासपोर्ट कार्यालय कैसे दलाल से अछूता रहता। फोटो में जो शख्स दिख रहा है ये व्यक्ति खुलेआम बेडर होकर कार्यालय में ही कर्मचारियों के सामने कुर्सी डालकर ठाठ से बैठता है और वहीँ से जिस किसी के पासपोर्ट में कही आदि होती है तो ये महोदय उससे सेटिंग करके डीलिंग करने में जुट जाते हैं और फतेहपुर से लेकर लखनऊ तक का ठेका लेकर काम कराने में लग जाते हैं और तो और लोगों की अपॉइंटमेंट वाली रशीद भी ले लेते हैं। इतना सब कुछ वहां उपस्थित दो कर्मचारियों के सामने भी होता पर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है जिससे जाहिर है कि दलाल को खुली छूट दी जाती है।
फतेहपुर की तेज तर्रार जिलाधिकारी सी० इंदुमती से उम्मीद है कि इस भ्रष्टाचार को खत्म करते हुए पासपोर्ट सेवा केंद्र को दलाल मुक्त किया जाए।




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