गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025

विशेष साक्षात्कार: महाप्रभु जगन्नाथ का मंदिर फतेहपुर की नई पहचान बनेगा — संतोष तिवारी

- फतेहपुर में गूंजेगा जय जगन्नाथ का उद्घोष, 2 नवम्बर को होगा ऐतिहासिक भूमिपूजन

- समाजसेवी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष तिवारी के प्रयासों से शुरू हो रहा मंदिर निर्माण

- फतेहपुर की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को नई ऊँचाई देगा यह मंदिर

फतेहपुर की आस्था और संस्कृति का एक नया अध्याय 2 नवम्बर 2025 को लिखने जा रहा है। शहर के रामगंज पक्का तालाब परिसर में श्री जगन्नाथ भगवान के भव्य मंदिर के भूमिपूजन का शुभ अवसर आने वाला है। इस मंदिर को लेकर न केवल जनपद बल्कि प्रदेशभर में उत्साह का माहौल है। इस पावन आयोजन के सूत्रधार, समाजसेवी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष तिवारी हैं, जिनका वर्षों पुराना सपना अब साकार होने जा रहा है। महाप्रभु जगन्नाथ की कृपा और भक्तों के सहयोग से
फतेहपुर अब जगन्नाथ धाम की परंपरा से जुड़ने जा रहा है। श्री जगन्नाथ भगवान मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि फतेहपुर की सांस्कृतिक पहचान को भी नई दिशा देने वाला साबित होगा। इस आयोजन के संयोजक, समाजसेवी एवं वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष तिवारी से संपादक शीबू खान से हुई विशेष बातचीत के प्रमुख अंश - 

प्रश्न : श्री तिवारी जी, फतेहपुर में जगन्नाथ भगवान का मंदिर निर्माण कराने की प्रेरणा आपको कहाँ से मिली?

उत्तर : मुझे हमेशा लगता था कि फतेहपुर जैसी ऐतिहासिक और धार्मिक भूमि पर जगन्नाथ भगवान का मंदिर अवश्य होना चाहिए। वर्षों से मेरे मन में यह संकल्प था कि यहाँ भी एक ऐसा आध्यात्मिक केंद्र बने जो समाज को एकता, सेवा और संस्कार का संदेश दे। महाप्रभु की कृपा और जनता के आशीर्वाद से अब यह सपना साकार होने जा रहा है।

प्रश्न: इस मंदिर निर्माण की क्या विशेषताएँ होंगी?

उत्तर: यह मंदिर ओडिशा के प्रसिद्ध जगन्नाथ धाम पुरी की स्थापत्य शैली पर आधारित होगा। इसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमाएं विराजमान होंगी। निर्माण में स्थानीय कारीगरों के साथ पारंपरिक पत्थर कला का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि यह केवल पूजा का स्थल नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक व सामाजिक केंद्र बने।

प्रश्न: 2 नवम्बर को होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम की रूपरेखा क्या है?

उत्तर: भूमिपूजन रविवार को प्रातः 10 बजे रामगंज पक्का तालाब परिसर में होगा। इसमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज (चित्रकूट पीठाधीश्वर) मुख्य अतिथि होंगे, वहीं देतापति श्री भगवान दास जी महाराज (पुरी, ओडिशा) विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारेंगे। देशभर के कई संत-महंत, धर्माचार्य, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। वैदिक मंत्रोच्चार, हवन, पूजन और आशीर्वचन के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा।

प्रश्न: फतेहपुर के लोगों से इस आयोजन को लेकर क्या अपील करना चाहेंगे?

उत्तर: मैं फतेहपुर के सभी श्रद्धालुओं, नागरिकों और युवाओं से निवेदन करता हूँ कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस ऐतिहासिक अवसर पर पहुँचें। यह केवल मेरा या किसी संस्था का नहीं, बल्कि पूरे फतेहपुर का आयोजन है। जब हम सब एक साथ “जय जगन्नाथ” का उद्घोष करेंगे, तो यह हमारी आस्था और एकता का अद्भुत उदाहरण बनेगा।

प्रश्न: इस मंदिर निर्माण के बाद आपकी आगे की क्या योजनाएँ हैं?

उत्तर: हम चाहते हैं कि मंदिर परिसर में एक ‘सेवा केंद्र’ और ‘धार्मिक अध्ययन केंद्र’ भी स्थापित किया जाए, जहाँ युवाओं को भारतीय संस्कृति, वेद, गीता और संस्कृत शिक्षा से जोड़ा जा सके। साथ ही हर वर्ष रथयात्रा महोत्सव का आयोजन भी हमारी योजना में शामिल है।

प्रश्न: अंत में भक्तों और समाज के लिए आपका संदेश?

उत्तर: महाप्रभु जगन्नाथ सबके हैं। वे प्रेम, करुणा और सेवा के प्रतीक हैं। मैं सभी से निवेदन करता हूँ कि वे इस पवित्र कार्य में अपनी सहभागिता निभाएँ, चाहे वह श्रमदान हो, भक्ति हो या सहयोग — हर रूप में यह मंदिर समाज की शक्ति का प्रतीक बनेगा। जय जगन्नाथ!

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