रविवार, 7 जुलाई 2024

जल जीवन मिशन: हर घर को शुद्ध जल तो नहीं नसीब हुआ लेकिन खराब सड़कों व रास्तों का आनंद उठाएंगे क्षेत्रवासी

- हर घर जल तो नहीं पहुंच सका लेकिन बदहाल सड़कों से भर जाएगा हर गांव में जल


- बारिश का गंदा पानी पहुंच जाएगा हर सड़क से हर घर तक, क्या यही थी सरकार की मंशा


- जल जीवन मिशन के नाम पर ठेकेदारों की मौज, आमजन है परेशान जिसकी नहीं हो रही सुनवाई


- ग्रामीण इलाकों के हर गांव में लगभग यही है सुरत- ए -हाल, बारिश के मौसम में कटी और खुदी सड़कों से होगा जनजीवन प्रभावित 


फतेहपुर। जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदी गई पक्की सड़कों समेत ग्रामों के खड़ंजा मार्ग व रास्तों को जनपद में जगह-जगह बिना दुरुस्त किए छोड़ दिया गया है, अभी तक लोगों को योजना का शुद्ध जल तो नहीं नसीब हुआ लेकिन खराब सड़कों व रास्तों का आनंद क्षेत्रवासी हर जगह उठा रहे हैं। जल जीवन मिशन योजना ने जिले की सड़कों की सूरत बिगाड़ कर रख दी है। अगर लोकेशन की बात करें तो जनपद के किसी भी ब्लॉक में देखा जाए तो लगभग हर जगह टूटी हुई सड़कें दिखाई पड़ती है और उनकी तरफ झांकने वाला कोई नहीं है। हालांकि जिलाधिकारी ने ऐसी सड़कों को दुरुस्त करने का सख्त निर्देश समय - समय पर दिया था जो यहां हवा हवाई साबित हो रहा है अब आने वाली बरसात में आवागमन से लोगों को भारी दिक्कत होगी जिसकी फिक्र शायद किसी को नहीं है। बताते चलें कि घर-घर शुद्ध जल पहुंचाने के लिए पाइपलाइन विस्तार में योजना के तहत जिले के हर ब्लॉक में लगभग हर गांव की सड़कें तोड़ी गई जो खराब हो गई हैं। आरसीसी - कंक्रीट से लेकर इंटरलॉकिंग, खड़ंजा और कच्चे मार्ग की दशा काफी खराब है। राहगीरों को आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है हालांकि जिलाधिकारी द्वारा कार्यवाही संस्थाओं को टूटी सड़कों को दुरुस्त करने का सख्त निर्देश दिया गया था लेकिन जनपद में उनके निर्देश हवा हवाई साबित हो रहे हैं।

समय-समय पर जिलाधिकारी द्वारा स्वच्छ जल मुहैया करने एवं जल जीवन मिशन की योजना का समीक्षात्मक बैठक ली जाती है जिसमें कराए गए कार्यों का कार्यकारी संस्थाओं के साथ पूरी हकीकत जानी जाती है इसी दौरान जिला अधिकारी ने जिम्मेदारों को निर्देश दिए की तोड़ी गई सड़कों का पहले जैसा पुनर्निर्माण तत्काल किया जाए। उन्होंने कार्यदाई संस्थाओं को यह भी कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जहां भी रोड कटिंग हो वहां पर पूर्व की भांति रोड को रिस्टोर किया जाए कहीं पर भी रोड कटिंग होने से आमजन को असुविधा नहीं होनी चाहिए, साथ ही कहा कि निर्धारित समय में ही रोड को रिस्टोर कर दिया जाए लेकिन जिलाधिकारी की बातों का कोई अमल नहीं होता दिखाई दिया। बताते चलें कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल योजना केंद्र एवं प्रदेश सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी एवं शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है।




जल जीवन मिशन का वास्तविक स्वरूप 

प्रदेश ही नहीं बल्कि समूचे देश में बेशक जल जीवन मिशन के तहत गांवों को स्वच्छ पानी देने का दावा किया जा रहा है। इस पर कार्य भी प्रगति पर है जिसका जीता जागता उदाहरण ये है कि ग्रामीण क्षेत्र के अधिकाँश गाँव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी निर्माण के साथ ही और भी कार्य होते नजर आते हैं लेकिन इस पूरे काम में पानी कब मिलेगा यह तो तय नहीं है, लेकिन गांवों में बनीं चमचमाती सीमेंट-कंक्रीट सड़कों को जरूर मिशन के तहत खोद दिया गया है। जून का महीना अंतिम पड़ाव पर है और बारिश की दस्तक भी हो चुकी है जिसके चलते वक्त - बेवक्त बारिश का बीच - बीच होना भी शुरू हो चुका है जिससे बारिश में गांवों की गलियां कीचड़ में तब्दील होना शुरू भी हो चुकी हैं। कुछ जगह तो आलम ये है कि पाइप बिछाने के बाद ठेकेदारों ने सड़कों को दुरुस्त नहीं किया। जल जीवन मिशन के तहत सड़के खराब होने की शिकायतें जिला अधिकारी से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक दर्ज हैं लेकिन मिशन का काम जारी होने का हवाला देकर शिकायतों को नहीं सुना जा रहा है और न ही कोई कार्रवाई हो रही है। हांलाकि इस प्रकरण में संबंधित विभाग का दावा है कि प्रदेश में जल जीवन मिशन का काम तेजी से चल रहा है। आधी से ज्यादा ग्रामीण बसाहटों में नलों से पानी मिलना शुरू हो गया है। जबकि जमीनी हकीकत यह है कि बारिश की वजह से गांवों की हालत बेहद खराब हो चुकी है। हर घर को पानी पहुंचाने के लिए गांव की हर गली में पाइन बिछाने के लिए सड़कों को खोदा गया। बीच में पाइपों की कीमतें बढऩे की वजह से ठेकेदारों ने पाइप बिछाने का काम देरी से किया जा रहा है। जिन गांवों में निर्माण एजेंसियों ने पाइप बिछा दिए हैं, वहां सड़कों केा दुरस्त नहीं किया गया। जबकि कुछ गांवों में पाइप ही नहीं बिछाए और सड़कें खुदी पड़ी हैं। ऐसी स्थिति में गांवों की गलियां कीचड़ से पटी हैं। ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


विभाग जबर्दस्ती कर रहा शिकायतों को बंद

गांवों की सड़कें खोदने फिर उन्हें दुरुस्त नहीं करने की शिकायतें विभागीय मंत्री से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक अलग-अलग जिलों से दर्ज हैं। चूंकि जल जीवन मिशन का काम अभी चल रहा है, इसलिए विभागीय अधिकारी निर्माण कार्य जारी होने का हवाला देकर शिकायतों को जबर्दस्ती बंद कर रहे हैं। विभागीय कार्यालय में जल जीवन मिशन के तहत गांवों में सड़कें दुरुस्त नहीं करने की शिकायतों को एक सरल भाषा से ही बंद की जा रही है जो है - ‘शिकायत से संबंधित कार्य अभी प्रगतिरत है। टेस्टिंग उपरांत ही सीसी कराई जाएगी। अत: वर्तमान में शिकायत को स्पेशल क्लोज किया जाना प्रस्तावित है।'


क्या रहा है जल जीवन मिशन का मकसद

जल जीवन मिशन का लक्ष्य ग्रामीण भारत के सभी घरों में 2024 तक व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम अनिवार्य तत्वों के रूप में स्रोत स्थिरता उपायों को भी लागू करेगा, जैसे कि ग्रे वाटर मैनेजमेंट, जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन के माध्यम से पुनर्भरण और पुन: उपयोग। जल जीवन मिशन पानी के लिए सामुदायिक दृष्टिकोण पर आधारित होगा और इसमें मिशन के प्रमुख घटक के रूप में व्यापक सूचना, शिक्षा और संचार शामिल होंगे। जल जीवन मिशन पानी के लिए सामुदायिक दृष्टिकोण पर आधारित होगा और इसमें मिशन के प्रमुख घटक के रूप में व्यापक सूचना, शिक्षा और संचार शामिल होंगे। जल जीवन मिशन पानी के लिए एक जन आंदोलन बनाने की कोशिश कर रहा है, जिससे यह सभी की प्राथमिकता बन जाए। इसके अलावा समय - समय पर योजना का उद्देश्य और उसकी प्रगति की रिपोर्ट के अनुसार विभागीय बढ़ोत्तरी भी होती रही है। जिसमें मिशन के व्यापक उद्देश्यों में प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यात्मक नल कनेक्शन (एफएचटीसी) प्रदान करना। गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्रों, सूखाग्रस्त और रेगिस्तानी क्षेत्रों के गांवों, सांसद आदर्श ग्राम योजना (एस.ए.जी.वाई.) गांवों आदि में एफ.एच.टी.सी. के प्रावधान को प्राथमिकता देना। विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायत भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों, कल्याण केंद्रों और सामुदायिक भवनों में कार्यात्मक नल कनेक्शन प्रदान करना। नल कनेक्शनों की कार्यक्षमता की निगरानी करना। नकद, वस्तु और/या श्रम और स्वैच्छिक श्रम (श्रमदान) के माध्यम से स्थानीय समुदाय के बीच स्वैच्छिक स्वामित्व को बढ़ावा देना और सुनिश्चित करना। जल आपूर्ति प्रणाली अर्थात जल स्रोत, जल आपूर्ति अवसंरचना और नियमित संचालन और रख-रखाव के लिए निधियों की स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायता करना। क्षेत्र में मानव संसाधन को सशक्त और विकसित करना ताकि निर्माण, प्लंबिंग, विद्युत, जल गुणवत्ता प्रबंधन, जल उपचार, जलग्रहण संरक्षण, संचालन और रख-रखाव आदि की मांगों का अल्प और दीर्घ अवधि में ध्यान रखा जा सके। सुरक्षित पेयजल के विभिन्न पहलुओं और महत्व के बारे में जागरूकता लाना और हितधारकों की भागीदारी को इस तरह से बढ़ाना कि पानी हर किसी का व्यवसाय बन जाए।


उत्तर प्रदेश में योजना शुरुआत के समय -

कुल घरों की संख्या - 26580079

नल कनेक्शन वाले घरों की संख्या - 516221 (1.942%)  


वर्तमान समय में सरकारी वेबसाइट के अनुसार

कुल घरों की संख्या - 26580079

नल कनेक्शन वाले घरों की संख्या - 22227513 (83.8%)


क्या हैं गांवों में जल जीवन मिशन की हकीकत

जल जीवन मिशन योजना के तहत गांव में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। लेकिन इस काम के दौरान ठेकेदार द्वारा सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। सड़कों में गड्ढे और टूटी सड़कों की वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश का मौसम शुरू हो चुका है, ऐसे में इन खराब सड़कों पर चलना खतरनाक हो सकता है। ग्रामीण इलाके के रहवासियों की मानें तो ठेकेदारों की निरंकुशता और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से गांवों से निकलना मुश्किल हो गया है। दो साल से सड़कें टूटी पड़ी हैं। शिकायत के बावजूद कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं, गांव-गांव पानी पहुंचना भी सपना ही बना हुआ है। समूचे जनपद के अधिकतर गांवों में अभी तक जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल नहीं पहुंच पाया है। दो साल से अधिक का समय बीत गया लेकिन सड़कें टूटी पड़ी हैं। ग्रामीण इन रास्तों से निकल नहीं पाते। यह समस्या कोई देखने और सुनने वाला नहीं है। ग्रामीण प्रधानों से बनाने को लेकर सवाल-जवाब कर रहे हैं। जल निगम के अधिकारी मौके पर न जाकर बंद कमरों से ही प्रगति उच्च अधिकारियों को बता रहे हैं जबकि धरातल पर स्थिति कुछ और ही है। इतना ही नहीं अधिकतर गांव में अभी तक सड़क टूटी पड़ी हैं। लोकसभा का चुनाव भी बीत गया और बारिश का मौसम भी आ गया बावजूद इसके जनप्रतिनिधि व जल निगम के अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है। ठेकेदारों की सीधे उच्च स्तर पर सेटिंग होने से शिकायत का भी कोई असर नहीं दिखता। जिले के विभिन्न विकास खण्डों के कई गांव में पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हुई। समय पर ध्यान दिया जाता तो गांवों में हर घर में पानी पहुंच रहा होता। योजना अच्छी होने के बावजूद भी लोगों के लिए दर्द बनी हुई है। ग्राम प्रधान सड़कों को बनवाते हैं, उन्हें पाइप डालने के नाम पर तोड़ दिया जाता है।


विधानसभा में क्षेत्रीय विधायक ने उठाया था मुद्दा

इस गंभीर समस्या को हुसेनगंज विधानसभा की विधायक ऊषा मौर्य ने बीते सत्र के दौरान सदन में बड़ी जोरों से उठाते हुए ठेकेदारों द्वारा पाइपलाइन बिछाने के नाम पर तोड़ी/काटी गई सड़कों का मुद्दा ही नहीं उठाया बल्कि उससे होने वाली आम जनमानस की समस्याओं को भी विधानसभा अध्यक्ष को बताया था जिसके प्रतिउत्तर में संबंधित मंत्री ने अवगत कराया था कि इस प्रकरण में समूचे प्रदेश की रिपोर्ट मंगाकर 3 अक्टूबर 2022 को निर्देश दिया गया कि उत्तर प्रदेश जल निगम - ग्रामीण अपने वेंडरों/ठेकेदारों द्वारा पुनर्निर्माण कराते हुए हर सड़क तो उसी हाल में रिस्टोर कराए जैसे पहले बनी हुई थी जिसके बाद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिशाषी अभियन्ता स्तर पर मौके पर जाकर सड़कों का फोटो/वीडियो जिओ टैगिंग करते हुए जल जीवन मिशन के पोर्टल पर अपलोड करेंगे तब सही बात मानी जायेगी आगे मंत्री द्वारा बताया गया कि पीडब्ल्यूडी की संतुष्टि पर ही कार्यवाही पूरी मानी जायेगी इसके आगे बताया कि 29 मार्च 2023, 27 मई 2023 और 7 जुलाई 2023 को भी सख्ती के साथ सड़कों का पुनर्निर्माण हेतु जल निगम को निर्देश दिए गए। इतना सब होने के बाद भी आज स्थिति कुछ और ही बनी हैं जिससे स्पष्ट है कि मंत्री जी की सदन में स्पीकर के सामने बताई गई बातों में कितनी सच्चाई है जिसका आंकलन हर कोई अपने आप में स्वयं कर सकता है।


क्या कहते हैं जिम्मेदार

जल निगम (ग्रामीण) के अधिशाषी अभियन्ता सौमित्र श्रीवास्तव के अनुसार जिन कंपनियों या वेंडरों के द्वारा सही से कार्य नहीं किया जा रहा है उन सभी पर 1 - 4 प्रतिशत की पेनाल्टी की कार्यवाही की गई है। इसी के साथ ही बीते दिनों लखनऊ से आई टीम के साथ स्थलीय निरीक्षण भी किया गया है और जल्द से जल्द कार्य संपन्न कराने हेतु लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं हुसेनगंज विधायक ऊषा मौर्य के निजी ग्राम पंचायत - सुल्तानपुर घोष में भी सड़क खुदाई करके यूं ही छोड़ देने के नाम पर अधिशाषी अभियन्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जिसका जल्द ही निरीक्षण कर कार्य करवाया जाएगा।


@शीबू खान

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