बुधवार, 28 मई 2025

अमेरिका दौरे पर विदेश सचिव, उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने पर फोकस

वाशिंगटन। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने अमेरिका के साथ महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए मंगलवार को यहां अमेरिकी अंडर सेक्रेटरी जेफरी केसलर से मुलाकात की। मिसरी इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के फॉलो-अप के तौर पर वाशिंगटन के दौरे पर हैं।
वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत-अमेरिका सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए अंडर सेक्रेटरी जेफरी केसलर से मुलाकात की। उन्होंने तकनीक और व्यापार सहयोग को गहरा करने के लिए भारत-अमेरिका रणनीतिक व्यापार वार्ता को जल्द से जल्द आयोजित करने पर भी चर्चा की।
मिसरी अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने के लिए 27 से 29 मई तक वाशिंगटन डीसी के आधिकारिक दौरे पर हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह यात्रा फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा का फॉलोअप है, जब दोनों पक्षों ने 21वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका कॉम्पैक्ट (सैन्य साझेदारी, त्वरित वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के लिए अवसरों को उत्प्रेरित करना) लॉन्च किया था।
प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति जताई थी तथा कई क्षेत्रों में सहयोगात्मक पहलों की एक श्रृंखला का अनावरण किया था। इस दौरे का एक प्रमुख आकर्षण '21वीं सदी के लिए अमेरिका-भारत समझौता' का शुभारंभ था, जिसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी ने संयुक्त रूप से की थी, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों के महत्वपूर्ण स्तंभों में परिवर्तनकारी सहयोग को बढ़ावा देना है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

सोमवार, 26 मई 2025

40 साल की मिसाल पत्रकारिता: वरिष्ठ पत्रकार वाई के नारायणपुरकर को डाक्टर एम आर अंसारी ने किया सम्मानित

- विभिन्न पत्रकार/मीडिया संगठनों में दशकों से ईमानदारी के साथ सेवा देते आ रहे हैं नारायणपुरकर

औरंगाबाद। विश्व मानवाधिकार परिषद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर एम आर अंसारी महाराष्ट्र के जनपद औरंगाबाद पहुंचने पर अपने सभी पदाधिकारियों से मिलने के बाद बताया कि आज के समय में सच्चाई और ईमानदारी के साथ पत्रकारिता करना अपने आप में एक नई मिसाल है। आज हम आप सभी के बीच एक ऐसी महान शख्सियत को सम्मानित करते हुए गर्व महसूस कर रहा हूं वह कोई और नहीं आपके जनपद औरंगाबाद के वरिष्ठ पत्रकार एवं मराठवाड़ा पुलिस टाइम्स के सम्पादक श्री वाई के नारायणपुरकर जी हैं जिन्होंने 
पत्रकारिता के कौशल और समर्पण ने केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि भारत वर्ष में पत्रकार समाज को एक नई दिशा दी।
 
आपकी निष्पक्ष पत्रकारिता ने हमें दुनिया में सच्चाई जानने में मदद की और आपकी पत्रकारिता ने हमारे समाज को बेहतर बनाने में योगदान दिया। मैं आपकी निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए आपको सम्मानित करते हुए पूरा विश्व मानवाधिकार परिषद परिवार हर्ष महसूस कर रहा है। 12 मार्च, 2025 को आपकी उम्र 60 वर्ष पूर्ण होने एवं आपके द्वारा 40 वर्ष के पत्रकारिता अनुभव के साथ-साथ ईमानदारी की एक मिसाल कायम की, जोकि अपने आप में पत्रकारिता जगत के लोगों को एक नई दिशा प्रदान करती है। आपके द्वारा मराठवाड़ा पुलिस टाइम्स में बतौर सम्पादक कार्य किया एवं प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े - बड़े संगठनों में अपनी सेवायें प्रदान की, जिसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। 
इस मौके पर राष्ट्रीय संयोजक एवं चेयरमैन कोर कमेटी प्रसून गोस्वामी, कार्यकारी अध्यक्ष चेयरमैन सलाहकार बोर्ड एम अनवारूल हक, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष भारत भूषण जैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हाजी सय्यद लायक, राष्ट्रीय महासचिव आशीष कुमार कौशिक, राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव एडवोकेट मेराज अंसारी, राष्ट्रीय अध्यक्ष आर टी आई सेल तालिब बेग, राष्ट्रीय अध्यक्ष लीगल सेल एडवोकेट पायल पोपटानी, राष्ट्रीय महासचिव व्यापार सेल सादिक अहमद, प्रदेश अध्यक्ष लीगल सेल महाराष्ट्र एडवोकेट कादरी सैय्यद शाह हादी अहमद, मोहम्मद मोहसिन, हाजी इलियास, मोहम्मद आयजुद्दीन, एडवोकेट अभिजीत डी पवार, एडवोकेट तायडे, सुधीर खेरे, शेख लतीफ, मुफ्ती शाकिर, मोहम्मद साजिद, डाक्टर मोईन फारूकी, शेख मुशीर आदि लोगो ने बधाईया एवं शुभकामनाएं दी।

गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक संगठन की मेहनत हुई सफल, गाजीपुर बहुआ मार्ग पर भारी वाहनों पर लगा पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध

फतेहपुर। सोमवार को बहुआ गाजीपुर रोड के आसपास दर्जनो गांवों के लोगों के लिए खुशी भरा रहा क्योंकि महीनों से जिंदगी और मौत के बीच सहमे स्थानीय लोगों को राहत मिली,क्योंकि जिला प्रशासन डीएम तथा एसपी द्वारा गंभीरता से संज्ञान में लेकर बहुआ गाजीपुर रोड में धडल्ले से दौड़ रहे गिट्टी मौरंग लदे भारी वाहनों का प्रवेश जो पुलिस बैरियर लगाकर प्रतिबंधित कर दिया गया है। 
इस मौके पर संघर्ष की अग्रिम पंक्ति में खड़ी गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक की अध्यक्ष संगठन की महिलाओं के साथ बहुआ चौराहे पहुंची और मौके पर पहुंचे सीओ जाफरगंज से प्रभावी वार्ता कर उन्हे तथा स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया क्योंकि इस बहुआ गाजीपुर संपर्क मार्ग में बांदा फतेहपुर हाइवे पर टोल तथा ओवरलोडिंग चेकिंग से बचने को सैकड़ों ट्रक डंफर भारी वाहन इस रोड से निकल रहे थे, जिससे आए दिन घटनाएं हो रही थी एक माह के अन्दर दो बड़े हादसे हुए 24 मई को भी एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई थी जिसको लेकर गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक ने अधिकारियों से मांग उठाई थी की इन भारी वाहनों को यहां पर रोका जाए जिस पर प्रशासन द्वारा अब बहुआ तथा गाजीपुर कस्बे में बैरीकेटिंग कराई गई है।
सीओ जाफरगंज ने ललौली और गाजीपुर थाना पुलिस को सख्त आदेश दिए गए हैं की इस रोड से भारी वाहन न गुजरे उल्लघंन करने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। गुलाबी गैंग लोकतान्त्रिक अध्यक्ष ने जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक पत्रकार बंधुओं, ग्राम प्रधानों, सभासदों, बहुआ चौकी पुलिस, जिला प्रशासन सहित सभी का आभार व्यक्त किया है।

रविवार, 25 मई 2025

पत्रकारों की समस्याओं को लेकर संघर्ष रहेगा जारी: शमशाद

- प्रेस क्लब ऑफ यूपी की बैठक में नवीन कार्यकारिणी के गठन पर हुई चर्चा

- बैठक में लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक पत्रकारों ने ग्रहण की सदस्यता

 फतेहपुर। प्रेस क्लब ऑफ यूपी की महत्वपूर्ण बैठक में जहां नवीन कार्यकारिणी के गठन को लेकर चर्चा की गई वहीं जिले में संगठन को और अधिक मजबूती प्रदान किए जाने पर भी जोर दिया गया। बैठक के दौरान लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक पत्रकारों ने संगठन की सदस्यता ग्रहण करके पत्रकारों के हित में काम करने का संकल्प लिया।
रविवार को प्रेस क्लब ऑफ यूपी की एक महत्वपूर्ण बैठक नवीन मार्केट स्थित कार्यालय में जिलाध्यक्ष मो0 शमशाद की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक से पूर्व उपस्थित पत्रकारों ने संगठन की कमान दोबारा मो0 शमशाद को मिलने पर बधाई दी। तत्पश्चात बैठक की कार्रवाई शुरू हुई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शमशाद ने कहा कि जिले के पत्रकारों की विभिन्न समस्याएं हैं। जिनको लेकर संघर्ष का रास्ता अख्तियार किया जाएगा। पत्रकारों का उत्पीड़न किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होने कहा कि पत्रकारों की समस्याओं को लेकर संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। किसी भी पत्रकार को कोई समस्या आए तो वह सीधे उनसे संपर्क कर सकता है। बैठक के दौरान नवीन जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर भी चर्चा की गई। निर्णय लिया गया कि पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने वाले लोगों को ही पदाधिकारी बनाया जाएगा। जल्द ही पदाधिकारियों का चयन करके कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी। इसके अलावा संगठन मजबूती पर भी चर्चा की गई। निर्णय लिया गया कि सदस्यता अभियान को युद्ध स्तर पर चलाया जाएगा। जिसकी शुरूआत बैठक के दौरान हुई। लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक पत्रकारों ने संगठन की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। बैठक के दौरान नफीस अहमद जाफरी, अमित शरन बाबी, इरफान काजमी, रियाज अहमद, मो. उमर, मो. आजम, रवि सिंह, विनय त्रिवेदी उर्फ बीनू, सरफराज अहमद, सुनील गुप्ता, प्रवीण सिंह, सेराज अहमद, अलीक अहमद, मुकीम अहमद, शारिब कमर अजमी, लईक अहमद, मोईज अहमद, मो0 शाहिद, फरहान अहमद, छोटकू ठाकुर, निशी गुप्ता, सत्येन्द्र कुमार, मुकेश कुमार हिंद, फिरोज अली, संदीप मौर्या, अमान जाफरी, दिलीप अग्निहोत्री, अभिषेक श्रीवास्तव, बब्लू, सूर्या, विक्टर राबर्ट सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे हैं।

देवारा में बढ़ती गर्मी में अमृत सरोवर से प्यास बुझा रहे हैं जानवर

- ग्राम पंचायत सचिव बिपिन तिवारी की पहल की हो रही वाहवाही 

खागा - फतेहपुर। जल ही जीवन है जो अनमोल है, बिना इसके कुछ संभव नहीं है। इस सोच को साकार बनाने के लिए ऐरायां ब्लॉक के ग्राम पंचायत देवारा में पहचान खो चुके पोखर का अमृत सरोवर के तहत सुंदरीकरण कराते हुए इसका प्रयोग पशु - पक्षियों को प्यास बुझाने में कारगर साबित होता नजर आ रहा है। इस अमृत सरोवर से इस प्रचण्ड भीषण गर्मी में ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत सचिव द्वारा पानी भराकर जो पहल की गयी है वो पशु - पक्षियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहाँ ऐसी सुविधा मिल रही है तो ग्राम पंचायत सचिव की सराहना भी जमकर हो रही है। 
इस भीषण एवं प्रचंड गर्मी में ग्रामीणों के साथ पशु - पक्षियों में भी पेयजल की मांग अधिक है। ग्रामीण तो व्यवस्था कर लेते हैं, लेकिन पशु - पक्षियों के लिए यह अमृत सरोवर वरदान साबित हो रहा है। पशु पक्षी झुंड में पहुंचकर तालाब से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। ग्राम पंचायत स्थित अमृत सरोवर में भरे पानी से लोगों के साथ - साथ पशु - पक्षियों को भी लाभ मिल रहा है। विगत दिनों निरीक्षण में जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों ने भी अमृत सरोवर की तारीफ की गई थी और शासन से धनराशि स्वीकृति के लिए पत्र लिखा था। देवारा गांव के प्रधान प्रेमचंद्र ने बताया कि अस्तित्व खो चुके पोखर का अमृत सरोवर के तहत सुंदरीकरण हो जाने के बाद दोपहर बाद पशु पक्षियों के झुंड के साथ, गांव के युवा भी नहाने के लिए जुटना शुरू हो जाते है। सरोवर में छह से सात फीट साफ पानी उपलब्ध रहता है। वहीं ग्राम पंचायत सचिव बिपिन तिवारी ने कहा कि अमृत सरोवरों में पथ प्रकाश सहित अन्य कार्यों के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा।
ग्राम पंचायत सचिव बिपिन तिवारी एक रिटार्यड फौजी हैं जिनकी कार्यशैली बेहद अलग है। शासन की मंशा के अनुरूप ग्राम पंचायतों में रहते हुए वहीँ समय बिताना और समय पर पंचायत सचिवालय में उपस्थित रहकर आम सभा करना तथा प्राथमिकता के आधार पर पंचायतवासियों को पंचायत में ही सुविधा मुहैया कराना उनकी आदत में शुमार है।

गुरुवार, 22 मई 2025

सीजेए जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह ने संगठन विस्तार पर किया चर्चा

- बिंदकी तहसील क्षेत्र के औंग में हुई बैठक 

फतेहपुर। कलमकारों एवं विशेषकर पत्रकारों के शीर्ष संगठन साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) के जिला अध्यक्ष त्रिभुवन सिंह द्वारा बिंदकी तहसील क्षेत्र के औंग गढ़ी में संगठन विस्तार को लेकर लोगों के बीच बैठक कर संगठन की चर्चा व संगठन को मजबूती से आगे बढ़ाने की बात की है जिस पर उपस्थित लोगों ने संगठन में आस्था दिखाते हुए जल्द ही सदस्यता लेने की बात कही है। 
बताते चलें कि साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह ने बैठक के दौरान बताया कि शीर्ष नेतृत्व के आदेशानुसार हमारा संगठन कलमकारों के साथ ही आमजनमानस के हक़ व इंसाफ की लड़ाई लड़ता है। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि देश एवं संविधान सर्वोपरि है जिसके आधार पर संगठन देशहित, समाजहित एवं न्याय हित की बात करते हुए कार्य करते आ रहा है। इसी कड़ी में बताया कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला मीडिया आज दबा कुचला सा हो गया है और मीडियाकर्मी लाचार सा है क्योंकि मीडिया को कोई भी संवैधानिक दर्जा नहीं मिला है जिसके लिए हमारा संगठन लगातार संघर्षरत है क्योंकि यदि लोकतंत्र में मीडिया सुरक्षित नहीं है तो आम जनमानस कतई सुरक्षित नहीं होगा। संगठन के उद्देश्यों का बखान करते हुए मीडिया को संवैधानिक रूप से लोकतंत्र का चौथा स्तंभ घोषित किए जाने की मांग के साथ मीडिया आयोग का गठन करना, पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना, पत्रकार रजिस्टर बनाया जाना, पत्रकारों को मानदेय एवं पेंशन की मांग, पत्रकारों को शासन की योजनाओं को प्राथमिकता से दिया जाना, पत्रकार के परिवार की सुरक्षा, चिकित्सा एवं शिक्षा की गारंटी, किसान सम्मान निधि की तर्ज पर मीडिया सम्मान निधि जैसी मांगों को प्रमुखता से उठाते हुए लगातार मांग किए जाने की बात कही है। इसके आगे उन्होंने कहा कि जनपद में स्थित टोल प्लाजा पर पत्रकारों का टोल न माफ होना बड़ी बात है जिस पर संगठन जल्द ही सभी टोल प्लाजा पर आंदोलन करेगा।
इस दौरान जिला अध्यक्ष त्रिभुवन सिंह के साथ सोनू सिंह, हैप्पी सिंह, मिथुन सिंह, के पी यादव, सर्वेश यादव सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे हैं।

शनिवार, 17 मई 2025

सीजेए का मना स्थापना दिवस, पत्रकारिता पर हुई गोष्ठी

- नगर पालिका परिषद चेयरमैन ने केक काटकर मनाया फाउंडेशन डे 

- सीजेए मीडिया लाइव डॉट इन न्यूज़ पोर्टल का हुआ लाइव क्लिक से उद्घाटन 

फतेहपुर। साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) का पांचवां स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट राजकुमार मौर्य ने केक काटकर संगठन के शीर्ष नेतृत्व व पदाधिकारियों को बधाई देते हुए पत्रकारों एवं पत्रकारिता जगत के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। इस दौरान संगठन की ओर से सीजेए मीडिया लाइव डॉट इन न्यूज़ पोर्टल का लैपटॉप से लाइव क्लिक करते हुए मुख्य अतिथि के साथ ही वरिष्ठ पत्रकार, विख्यात शायर, कवि एवं साहित्यकार शिवशरण बंधु हथगामी, वरिष्ठ समाजसेवी, व्यापारी तथा यादव महासभा के नेता चौधरी राजेश यादव, संगठन के राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान, प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी, राज्य सलाहकार समिति के चेयरमैन ठाकुर अम्बरीष सिंह, जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने विमोचन/उद्घाटन किया है। 
बताते चलें कि पत्रकारों एवं कलमकारों के शीर्ष संगठन साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) के पांचवें स्थापना दिवस पर जिला मुख्यालय स्थित सैनिक गेस्ट हाउस में नगर पालिका परिषद फतेहपुर के चेयरमैन एडवोकेट राजकुमार मौर्य द्वारा केक काटा गया तथा इसी दौरान सीजेए मीडिया लाइव डॉट इन न्यूज़ पोर्टल का हुआ लाइव क्लिक से उद्घाटन किया गया। इसी कड़ी में राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान द्वारा संस्था का उद्देश्य का बखान के साथ ही संगठन की संस्थापिका पुष्पा पाण्डेया, संरक्षक पीयूष त्रिपाठी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष शाश्वत तिवारी का स्थापना दिवस के अवसर पर प्रेषित किया गया संदेश भी सुनाया गया। वहीं उत्तर प्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी ने प्रदेश में संगठन को मजबूती से स्थापित करने की बात कही। इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडवोकेट राजकुमार मौर्य ने मीडिया व मीडियाकर्मियों की पीड़ा का बखान करते हुए उनके सहयोग का आश्वासन दिया है। वहीं शिवशरण बंधु हथगामी ने "हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए" जैसी कविता से कलमकारों में जोश भरा। वहीं कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह, जिला उपाध्यक्ष सोनू वर्मा एवं कर्म मोहम्मद ने सभी का आभार प्रकट किया। इस दौरान आई कार्ड भी वितरित किया गया है।
इस कार्यक्रम में इसरार अहमद, एडवोकेट जावेद खान, शारिब कमर अज़मी, महताब खान, पारुल सिंह, सुशीला सिंह, ज्योति, धीर सिंह यादव, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, मनोज कुमार, मुहाफिज आब्दी, धर्मेन्द्र सिंह चौहान, अनिल विश्वकर्मा, पंकज सक्सेना, महेश कुमार, नदीम अहमद सहित दर्जनों की तादाद में लोग उपस्थित हुए हैं।

शुक्रवार, 16 मई 2025

अफगानिस्तान के साथ भारत के नए कूटनीतिक संबंधों का आगाज

नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी से फोन पर बातचीत की। इस दौरान जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने के लिए अफगानिस्तान के प्रति आभार व्यक्त किया। वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अफगानिस्तान के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर विचार साझा किए।
अफगानिस्तान ने हाल ही में पाकिस्तान के उन आरोपों को खारिज कर दिया था, जिनमें कहा गया था कि भारतीय मिसाइलों ने अफगानिस्तान को टारगेट किया। जयशंकर ने इस बात के लिए भी अफगान सरकार का शुक्रिया किया।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कार्यवाहक अफगान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ अच्छी बातचीत हुई। पहलगाम आतंकी हमले की उनकी निंदा की मैं तहे दिल से सराहना करता हूं। झूठी और निराधार रिपोर्टों के ज़रिए भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हाल के प्रयासों को उनकी दृढ़ अस्वीकृति का स्वागत किया। अफगान लोगों के साथ हमारी पारंपरिक मित्रता और उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए निरंतर समर्थन को रेखांकित किया। सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की।
भारत ने पहली बार तालिबान सरकार से मंत्री स्तर पर संपर्क किया है, जिसे अफगानिस्तान के साथ भारत के नए कूटनीतिक संबंधों के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है। तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने के बाद भारत और तालिबान सरकार के बीच बातचीत की शुरुआत जनवरी 2025 में हुई थी, जब विदेश सचिव विक्रम मिसरी और मुत्ताकी के बीच दुबई में बैठक हुई थी। तब अफगान विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान के लोगों से जुड़ने और उनका समर्थन करने के लिए भारतीय नेतृत्व की सराहना की थी।
इसके बाद विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव आनंद प्रकाश ने 28 अप्रैल को तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री से मुलाकात की तथा द्विपक्षीय राजनीतिक संबंधों को मजबूत करने एवं व्यापार और पारगमन सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। तब भारतीय राजनयिक ने अफगानिस्तान को विभिन्न क्षेत्रों में सहायता जारी रखने की भारत की मंशा दोहराई और पहले से रुकी हुई पहलों को फिर से शुरू करने समेत बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश करने में भारत की रुचि से अवगत कराया था।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन का 5वाँ स्थापना दिवस कल

- परिचय पत्र का होगा वितरण

फतेहपुर। साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) का 5वाँ स्थापना दिवस कल 17 मई को सादगी पूर्वक तरीके से मनाया जाएगा। उक्त आशय की जानकारी संगठन के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह ने दी है।
बताते चलें कि पत्रकारों एवं कलमकारों के शीर्ष संगठन साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) का स्थापना कल 17 मई को है। संगठन के जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह ने बताया कि कोरोना काल में 17 मई 2020 को संगठन की संस्थापिका पुष्पा पाण्डेया एवं सह संस्थापक एवं वर्तमान में राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान ने संगठन के नाम की घोषणा की थी। इसी कड़ी में संगठन संरक्षक पीयूष त्रिपाठी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष शाश्वत तिवारी के निर्देशन पर जमीनी स्तर पर लगातार काम करता आ रहा है। इसी क्रम में कल 17 मई को 5वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी की अध्यक्षता में तथा मुख्य अतिथि शीबू खान (राष्ट्रीय महासचिव) की मौजूदगी एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न होगा। ये कार्यक्रम सुबह 10 बजे से फतेहपुर में स्थित एक गेस्ट हाउस में होगा।

गुरुवार, 15 मई 2025

नई दिल्ली में होंडुरास दूतावास का उद्घाटन, द्विपक्षीय व्यापार को मिलेगा बढ़ावा

नई दिल्ली। मध्य अमेरिकी देश होंडुरास के दूतावास का उद्घाटन गुरुवार को नई दिल्ली में हुआ। होंडुरास के विदेश मंत्री एडुआर्डो एनरिक रीना गार्सिया ने अपने भारतीय समकक्ष डॉ. एस. जयशंकर की मौजूदगी में दूतावास का उद्घाटन किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस कदम को भारत और होंडुरास के बीच मधुर एवं मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है।
दूतावास के उद्घाटन समारोह के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा नई दिल्ली में होंडुरास का दूतावास खुलने से व्यापार को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। व्यापारियों को दूतावास को मैचमेकिंग के लिए एक केंद्र के रूप में उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जो अधिक पहल गतिविधियों और जुड़ावों को करने के लिए संस्थागत समर्थन प्रदान करेगा।
विदेश मंत्री जयशंकर ने पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले के विरोध में होंडुरास की एकजुटता की प्रशंसा करते हुए कहा हम विशेष रूप से आतंकवाद के सभी रूपों के विरोध में आपकी सार्वजनिक प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं।
उद्घाटन समारोह के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा यह उद्घाटन हमारी साझेदारी में एक नया मील का पत्थर है, जो आपसी सम्मान और आपसी प्रतिबद्धता पर केंद्रित है। स्वास्थ्य, डिजिटल, क्षमता विकास, ऊर्जा और आपदा प्रतिक्रिया में संभावनाओं सहित वैश्विक दक्षिण भागीदारों के रूप में सहयोग पर चर्चा की।
कैरेबियन सागर और प्रशांत महासागर से सटे होंडुरास और भारत के बीच सौहार्दपूर्ण एवं मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं तथा पिछले कुछ वर्षों के दौरान दोनों देश और करीब आए हैं और इस दौरान भारत का होंडुरास को निर्यात धीरे-धीरे बढ़ रहा है। भारत की ओर से फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा, रसायन, इंजीनियरिंग उत्पाद, ऑटोमोबाइल - दो और तीन पहिया वाहनों के साथ ही कार, लोहा एवं इस्पात, औद्योगिक मशीनरी और पुर्जे, विद्युत मशीनरी आदि होंडुरास को निर्यात किए जाने वाले शीर्ष उत्पाद हैं।
जब होंडुरास कोविड-19 संकट का सामना कर रहा था, तब भारत सरकार ने उसे आवश्यक दवाएं दान की थीं। इसके साथ ही होंडुरास ने पिछले कई वर्षों में बहुपक्षीय मंचों पर भारत का लगातार समर्थन किया है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

बुधवार, 14 मई 2025

भूटान की शिक्षा प्रणाली मजबूत करने में भारतीय शिक्षकों का अहम योगदान

थिम्पू। भूटान में एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान भारतीय मूल के शिक्षकों के अमूल्य योगदान को सराहा गया। भूटान के पूर्व शिक्षा मंत्री ठाकुर एस. पोवडेल द्वारा लिखित ‘लोपोन्स फ्रॉम इंडिया: ग्लिम्प्स ऑफ देयर लाइफ एंड वर्क इन भूटान’ नामक पुस्तक का मंगलवार को थिम्पू के नेहरू-वांगचुक सांस्कृतिक केंद्र में लोकार्पण किया गया। 
थिम्पू स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए बताया पोवडेल ने समारोह में मौजूद लोगों को पुस्तक का परिचय देते हुए भूटान में औपचारिक शिक्षा की मजबूत नींव रखने में भारतीय शिक्षकों के योगदान पर प्रकाश डाला। 20 से अधिक हृदयस्पर्शी संस्मरणों के साथ, पुस्तक में कई भारतीय शिक्षकों के अनुभवों को विशद रूप से दर्शाया गया है, जो 1960 के दशक में भूटान आने लगे थे, जिन्होंने भूटान में शिक्षा प्रणाली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पुस्तक की लॉन्चिंग के बाद भूटान में वर्तमान में कार्यरत भारतीय शिक्षकों द्वारा भूटान-भारत शिक्षा साझेदारी को कायम रखते हुए अपने अनुभव साझा किए गए। समारोह में पोवडेल के अलावा भारतीय राजदूत सुधाकर दलेला, भूटान के शिक्षा और कौशल विकास मंत्री ल्योनपो यीज़ांग डी थापा, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सोनम टोबगे सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया। 
भारत और भूटान के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को याद करते हुए राजदूत दलेला ने 13वीं पंचवर्षीय योजना के माध्यम से संकाय और छात्र आदान-प्रदान, बुनियादी ढांचे के उन्नयन, शिक्षकों के प्रशिक्षण और एसटीईएम शिक्षा के लिए नई द्विपक्षीय पहलों पर प्रकाश डाला।
बता दें कि भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर, विद्युत एवं जल परियोजनाओं के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में भूटान की काफी मदद कर रहा है। पिछले 10 वर्षों में 10 हजार से अधिक भूटानी छात्रों ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कानून, कृषि, मानविकी, संगीत और वाणिज्य के क्षेत्रों में भारत में शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययन करने के लिए भारत सरकार की छात्रवृत्ति का लाभ भी उठाया है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

मंगलवार, 13 मई 2025

खागा के नवागंतुक कोतवाल से व्यापार मंडल ने की मुलाकात

- जिलाध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ल की अगुवाई में खागा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने की शिष्टाचार भेंट

खागा (फतेहपुर)। खागा कोतवाली के नवागंतुक कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गिरेंद्र पाल सिंह से व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ल की अगुवाई में खागा नगर के व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने प्रथम शिष्टाचार भेंट की।
भेंट उपरांत कोतवाल ने उपस्थित व्यापार मंडल के समस्त पदाधिकारियों का एक - एक करके परिचय प्राप्त किया, साथ ही आश्वासन भी दिया कि व्यापारियों व नगरवासियों के हित के लिए जितना अच्छा कार्य मुझसे हो सकता है मैं उतना अच्छा कार्य करने की पूरी कोशिश करूंगा, उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल के दौरान दलालों का प्रवेश कोतवाली के अंदर मना रहेगा, कोई भी व्यक्ति सीधे तौर बिना किसी संकोच के मुझसे मिल सकता है, अगर काम जायज होगा तो तो बिना सिफारिश के होगा अगर काम गलत है, नाजायज है तो फिर सिफारिश के बाद भी नहीं होगा। उन्होंने व्यापार मंडल से भी सहयोग की अपेक्षा की है। 
इस दौरान प्रमुख रूप से व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष राजेश चौधरी, गगन अग्रवाल, अनिल साहू, खागा नगर के वरिष्ठ संरक्षक कमलेश बाजपेई, अब्दुल हफीज हाफिज जी, हाफिज जी गांधी पार्क, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज शुक्ल, उपाध्यक्ष डाक्टर आर सी राय, रामप्रकाश केसरवानी उर्फ बबलू सभासद, भूप सिंह यादव, सच्चे भाई, मंत्री राजू तिवारी, प्रेम सोनी, नरसिंह यादव, शब्बीर भाई सहित अन्य व्यापारी उपस्थित रहे हैं।

विदेश राज्य मंत्री मार्गेरिटा ने फिजी के पीएम और राष्ट्रपति के साथ की बैठक

लाबासा। विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने सोमवार को यहां 146वें गिरमिट दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उन्होंने फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी राबुका से मुलाकात की, जिस दौरान दोनों नेताओं ने प्रमुख क्षेत्रों में आपसी संबंधों एवं सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की।
मार्गेरिटा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा गिरमिट दिवस समारोह के बाद लाबासा में फिजी के पीएम सिटिवेनी राबुका से मुलाकात करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। प्रमुख क्षेत्रों में भारत-फिजी द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर सार्थक चर्चा हुई।
इसके बाद फिजी के राष्ट्रपति से हुई मुलाकात के बाद राज्य मंत्री ने एक्स पर लिखा स्टेट हाउस में फिजी के राष्ट्रपति रतु नाइकामा तवाकेकोलती लालबालावु से मुलाकात कर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। भारत और फिजी के बीच मित्रता, सहयोग और साझा मूल्यों के बंधन को मजबूत करने पर सार्थक चर्चा हुई।
गिरमिट दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में मार्गेरिटा ने गिरमिटिया लोगों की स्थायी विरासत को श्रद्धांजलि दी, जिनकी मेहनत, बलिदान और भावना ने एक जीवंत और समावेशी फिजी की नींव रखी। उन्होंने पीएम राबुका के साथ गिरमिटिया लोगों के वंशजों को पुरस्कार भी प्रदान किए। राज्य मंत्री मार्गेरिटा ने गिरमिट दिवस को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करके उनके योगदान को मान्यता देने के लिए फिजी सरकार को धन्यवाद दिया।
इससे पहले राज्य मंत्री ने सीकाका में योग केंद्र के उद्घाटन में वर्चुअल रूप से भाग लिया। यह केंद्र भारत और फिजी के मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतिनिधित्व करता है और समग्र स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देगा। इसके अलावा उन्होंने फिजी में भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत की। मार्गेरिटा इससे पहले न्यूजीलैंड के दौरे पर थे, जहां उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर भारत के साथ न्यूजीलैंज के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने पर जोर दिया था। 
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

विदेशों में भारतीय मिशनों ने धूमधाम से मनाई बुद्ध पूर्णिमा

नई दिल्ली। दुनिया भर में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा (वेसाक दिवस) का पावन पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान विभिन्न देशों में स्थित भारतीय मिशनों ने भव्य कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें भारतीय मूल के लोगों के साथ ही स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर वियतनाम में 10 लाख से अधिक लोगों ने बुद्ध के पवित्र अवशेषों के दर्शन किए, जिन्हें 2 से 21 मई तक श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए भारत से विशेष तौर पर भेजा गया है।
हनोई स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा वेसाक दिवस पर प्रतिष्ठित हनोई ओपेरा हाउस में त्रिसारा परफॉर्मिंग आर्ट डांस ग्रुप, नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुत शानदार नृत्य-नाटक ‘गौतम बुद्ध की यात्रा’ ने वियतनामी और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी।
वहीं दूसरी ओर श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग ने कोलंबो स्थित स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र और बिहार संग्रहालय, पटना के सहयोग से बुद्ध रश्मि राष्ट्रीय वेसाक महोत्सव के हिस्से के रूप में सीमामलकाया, गंगारामया मंदिर में 'धम्म रूप' नामक एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया। श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा ने श्रीलंकाई प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या के साथ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने विशाखा बुचा दिवस (बुद्ध पूर्णिमा) की बधाई देते हुए एक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा भारत में पवित्र बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाने वाला यह त्यौहार थाईलैंड के साथ भारत के स्थायी आध्यात्मिक बंधन का प्रमाण है। इसके अलावा नेपाल, भूटान, बर्मा, तिब्बत, कोरिया, लाओस, वियतनाम, मंगोलिया, कंबोडिया, सिंगापुर और इंडोनेशिया में भी बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा इस वेसाक दिवस पर वियतनाम में 10 लाख से अधिक लोगों को भारत से आए बौद्ध पवित्र अवशेषों के प्रति सम्मान प्रकट करते और प्रार्थना करते देखकर मैं भी बहुत प्रभावित हुआ। यह वास्तव में हमारे सदियों पुराने जुड़ाव, साझा संस्कृति और विशेष संबंधों का स्पष्ट प्रतिबिंब है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

बूढ़ेनाथ बाबा धाम को मिला नया अध्यात्मिक उत्तराधिकारी

- महंत रामेश्वरानंद गिरी महाराज की आजीवन साधना को सम्मानित करते हुए, कबीर महाराज ने सँभाली धाम की सेवा की कमान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद स्थित प्राचीन बूढ़ेनाथ बाबा धाम, ग्राम ऐहरी (ब्लॉक उंचाहार) में आज एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक उत्तराधिकार की घोषणा की गई। महंत श्री रमेश्वरानंद गिरी जी महाराज, जिन्होंने पिछले पचास वर्षों तक बूढ़ेनाथ बाबा की सेवा, मंदिर निर्माण, प्रबंधन, गंगा जल व्यवस्था, गौरीकुंड का पुनरुद्धार और शक्ति पीठ की आधारशिला रखकर क्षेत्र को एक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित किया ।अब अपने स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय सेवा से विरत हैं और चंडीगढ़ स्थित नांगली धाम में ध्यान-साधना में लीन हैं।
लगभग 90 वर्ष की आयु में भी रमेश्वरानंद महाराज आज भी हजारों श्रद्धालुओं के हृदय में श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक बने हुए हैं। उनके आशीर्वाद और अनुमति से अब धाम की सेवा और आध्यात्मिक दिशा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी कबीर जी महाराज ने ग्रहण की है। कबीर महाराज ने बताया कि ऊर्जा साधना व भारतीय तंत्र परंपरा के नवाचारकर्ता,नव नियुक्त महंत कबीर जी महाराज एक ऊर्जा चिकित्सा विशेषज्ञ, आध्यात्मिक पथप्रदर्शक, तथा प्राचीन भारतीय तंत्र और योग साधना के गहन साधक हैं। उन्होंने वर्षों से भारतवर्ष में भूत शुद्धि, मंत्र चिकित्सा, अग्नि साधना, पंचमहाभूत संतुलन और ध्यान विज्ञान के माध्यम से हज़ारों लोगों को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से सशक्त किया है।“शक्ति के बिना न साधना संभव है, न चिंतन और न ही क्रियान्वयन।”
इसी सोच के साथ वे बूढ़ेनाथ बाबा धाम को एक ऊर्जा साधना केंद्र और भारतीय ज्ञान परंपरा की पुनर्स्थापना के स्थल के रूप में विकसित कर रहे है।
कबीर जी महाराज की योजना के अनुसार, बूढ़ेनाथ बाबा धाम में निम्नलिखित कार्य प्रस्तावित हैं।भूत शुद्धि केंद्रों की स्थापना, जहाँ पंचमहाभूतों के संतुलन हेतु विशेष प्रशिक्षण मिलेगा।युवाओं और ग्रामीण जनमानस को ध्यान, योग, और ऊर्जा चिकित्सा के माध्यम से सशक्त करना।मंदिर परिसर को साधना-आधारित ऊर्जा केंद्र, ज्ञान-प्रशिक्षण शिविर, एवं प्राचीन आध्यात्मिक विज्ञान की शोध प्रयोगशाला के रूप में विकसित करना।धाम में पारंपरिक शिव उपासना के साथ-साथ आधुनिक ऊर्जा दृष्टिकोण को जोड़ने का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है।

सोमवार, 12 मई 2025

निर्णायक मोड़ पर भारत की कूटनीति – अब सिर्फ पीओके की बात

(शाश्वत तिवारी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया हालिया संदेश – "अब सिर्फ पीओके पर ही बात होगी, आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकती, ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है, सेना को खुली छूट है" – न केवल भारत की सुरक्षा नीति में परिवर्तन का संकेत देता है, बल्कि दक्षिण एशिया में रणनीतिक संतुलन की नई दिशा भी दिखाता है।
अब तक भारत की पाकिस्तान नीति अपेक्षाकृत संयमित, संवाद-प्रधान और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहानुभूति जुटाने वाली रही है। किंतु इस वक्तव्य के बाद यह साफ़ हो गया है कि भारत अब उस नीति को पीछे छोड़कर एक सक्रिय, निर्णायक और लक्ष्य-केंद्रित रुख अपना रहा है। ‘अब सिर्फ पीओके पर बात होगी’ – यह वाक्य न केवल भारत के भू-राजनीतिक दृष्टिकोण में परिवर्तन दर्शाता है, बल्कि पाकिस्तान के उस दावे को भी चुनौती देता है जिसमें वह जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताता रहा है।

प्रधानमंत्री द्वारा स्पष्ट रूप से यह कहा जाना कि ‘आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते’, भारत की लंबे समय से चली आ रही पीड़ा का सटीक और ठोस उत्तर है। बार-बार भारत द्वारा संवाद की पेशकश के बावजूद पाकिस्तान की जमीन से संचालित आतंकवाद ने हजारों निर्दोष लोगों की जान ली है। यह वक्तव्य उन सभी वैश्विक शक्तियों के लिए भी एक संदेश है जो ‘दोनों देशों को बातचीत के लिए प्रोत्साहित’ करने की नीति अपनाते हैं, परंतु जमीनी सच्चाइयों को नज़रअंदाज़ करते हैं।
प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है’, समाप्त नहीं। इसका मतलब यह है कि भारत की सैन्य तैयारियाँ न केवल सजग हैं, बल्कि भविष्य के किसी भी आवश्यक हस्तक्षेप के लिए तत्पर हैं। ‘सिंदूर’ जैसे ऑपरेशन के पीछे जिस रणनीतिक गहराई और सैन्य कौशल की आवश्यकता होती है, वह भारत की बढ़ती रक्षा-संभावनाओं और स्वदेशी सैन्य क्षमताओं का भी प्रमाण है।
"सेना को खुली छूट है" – यह वक्तव्य केवल एक सैन्य रणनीति नहीं, बल्कि एक मनोवैज्ञानिक सशक्तिकरण भी है। इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार सेना पर पूर्ण विश्वास कर रही है और उसे आवश्यक निर्णय लेने की स्वतंत्रता दी जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्रों में यह संकेत न केवल सशस्त्र बलों का मनोबल बढ़ाता है, बल्कि दुश्मन को भी यह चेतावनी देता है कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि प्रतिघाती मुद्रा में है।
हालांकि यह निर्णायकता प्रशंसनीय है, परंतु इसके दीर्घकालिक परिणामों पर भी विचार आवश्यक है। क्या यह रुख क्षेत्र में तनाव को बढ़ाएगा या अंततः शांति लाएगा? क्या पाकिस्तान इस दबाव में आकर वास्तविक कार्रवाई करेगा? या फिर यह रणनीति केवल सीमित समय के लिए असरकारी सिद्ध होगी?
भारत को न केवल सैन्य, बल्कि कूटनीतिक और मानवीय मोर्चे पर भी सक्रिय रहना होगा। क्योंकि किसी भी नीति की सफलता केवल युद्धभूमि में नहीं, बल्कि विश्व मंच पर उसकी स्वीकार्यता और समर्थन से भी तय होती है।
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भारत ने नेपाल को उपहार स्वरूप भेजे इलेक्ट्रिक वाहन

काठमांडू। भारत ने नेपाल को 15 इलेक्ट्रिक कार उपहार में दी हैं। काठमांडू में भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने इन्हें रविवार को नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा को सौंपा। 
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा मित्रता और सद्भावना के एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में, नेपाल में भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. आरज़ू राणा देउबा को 15 इलेक्ट्रिक वाहन सौंपे हैं, जो भारत की ओर से नेपाल सरकार को रसद सहायता के लिए उपहार स्वरूप दिए गए हैं, ताकि 16-18 मई 2025 को काठमांडू में ‘जलवायु परिवर्तन, पर्वत और मानवता का भविष्य’ विषय पर ‘सागरमाथा संवाद’ के पहले संस्करण के प्रभावी आयोजन में सहायता मिल सके।
हैंडओवर समारोह में बोलते हुए भारतीय राजदूत ने कहा कि ये वाहन संवाद के दौरान मेहमानों और अधिकारियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने में मदद करेंगे। उन्होंने 2022 में केंद्रीय और प्रांतीय चुनावों के संचालन के लिए नेपाल की कानून प्रवर्तन एजेंसियों और चुनाव आयोग को भारत सरकार द्वारा दिए गए इसी तरह के रसद समर्थन को याद किया। 
उन्होंने संवाद के लिए नेपाल सरकार और लोगों को अपनी शुभकामनाएं दीं और आपसी प्रगति और विकास को बढ़ावा देने के लिए नेपाल के साथ साझेदारी करने की भारत की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की। इस दौरान नेपाल की विदेश मंत्री ने आगामी संवाद के आयोजन को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। 
बता दें कि भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत नेपाल की विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर सहायता करता रहता है। भारत की हालिया सहायता न केवल नेपाल की परिवहन व्यवस्था को और सुगम बनाने में उपयोगी साबित होगी, बल्कि प्रदूषण को कम करने के प्रयासों को भी बढ़ावा देगी।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

शुक्रवार, 9 मई 2025

विदेश राज्यमंत्री मार्गेरिटा ने न्यूजीलैंड के पीएम के साथ की बैठक

वेलिंग्टन। विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने शुक्रवार को न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
मार्गेरिटा 8 से 12 मई 2025 के बीच न्यूजीलैंड और फिजी के आधिकारिक दौरे पर हैं। बैठक से पहले मार्गेरिटा ने पीएम लक्सन और न्यूजीलैंड के उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स के साथ ऑकलैंड में भारत न्यूजीलैंड व्यापार परिषद (आईएनजेडबीसी) शिखर सम्मेलन 2025 को संबोधित किया।
विदेश राज्य मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कार्यक्रम की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन और डिप्टी पीएम तथा विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स के साथ ऑकलैंड में आईएनजेडबीसी समिट 2025 को संबोधित करने का सौभाग्य मिला। इस आयोजन का विषय 'बोर्डरूम टू बॉर्डर लीडरशिप डायलॉग' था। भारत के सामने आज मौजूद रणनीतिक, आर्थिक और अन्य अवसरों तथा भारत-न्यूजीलैंड साझेदारी को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। न्यूजीलैंड के अग्रणी व्यापारिक समुदाय के साथ भी बातचीत करके खुशी हुई।
मार्गेरिटा ने गुरुवार को न्यूजीलैंड के व्यापार और कृषि मंत्री टॉड मैक्ले के साथ बैठक की थी, जिस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। न्यूजीलैंड की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद राज्य मंत्री फिजी का दौरा करेंगे और मुख्य अतिथि के तौर पर गिरमिट दिवस समारोह में भाग लेंगे। इसके अलावा, वे अपनी यात्रा के दौरान फिजी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे। 
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा नियमित द्विपक्षीय बैठकों के माध्यम से प्रशांत क्षेत्र के साथ भारत के संबंध विविधतापूर्ण और मजबूत हुए हैं। फिजी और न्यूजीलैंड की विदेश राज्य मंत्री की यात्रा से इस क्षेत्र के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों के और मजबूत होने की उम्मीद है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

गुरुवार, 8 मई 2025

अंतरराष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी में हिस्सा लेने सिंगापुर पहुंचा ‘आईएनएस किल्टन’

सिंगापुर। भारतीय नौसेना का जहाज ‘आईएनएस किल्टन’ चांगी प्रदर्शनी केंद्र में लगने वाली अंतरराष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी (आईएमडीईएक्स) एशिया 2025 में भाग लेने के लिए सिंगापुर पहुंचा है। यह यात्रा भारतीय नौसेना की परिचालन तैनाती का हिस्सा है और भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत समुद्री साझेदारी को प्रदर्शित करती है।
सिंगापुर स्थित भारतीय उच्चायोग ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा स्वदेशी स्टील्थ कार्वेट अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी (आईएमडीईएक्स) एशिया 2025 में भाग लेने और सहयोग तथा आपसी समझ के माध्यम से साझेदार देशों के साथ #ब्रिजेजऑफफ्रेंडशिप को मजबूत करने के लिए सिंगापुर के चांगी नौसेना बेस पर पहुंच गया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, अपने इस प्रवास के दौरान जहाज के चालक दल द्विपक्षीय/बहुपक्षीय गतिविधियों की श्रृंखला के तहत शामिल हो रहे हैं, जिसमें सिंगापुर की नौसेना और आईएमडीईएक्स एशिया 2025 में भाग लेने वाली अन्य नौसेनाओं के साथ व्यावसायिक आदान-प्रदान शामिल है। इन गतिविधियों का उद्देश्य नौसैनिक सहयोग को मजबूत करना, अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना और दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देना है।
समुद्री सुरक्षा और भारत की नौसैनिक विरासत के बारे में अधिक जागरुकता बढ़ाने के लिए स्कूली बच्चों के लिए निर्देशित पर्यटन, भाग लेने वाली नौसेनाओं के साथ क्रॉस डेक दौरे और रक्षा उद्योगों के लिए क्यूरेटेड दौरे की योजना बनाई गई है। भारतीय नौसेना की यह यात्रा उसकी क्षेत्रीय सुरक्षा, स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता तथा दो समुद्री साझेदारों भारत और सिंगापुर के बीच दीर्घकालिक मैत्री को दर्शाती करती है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

"ऑपरेशन सिंदूर"—बदले की भाषा नहीं, सीमा की घोषणा है

— शाश्वत तिवारी

आतंक का जवाब क्या सिर्फ़ संयम और शांति की अपीलों से दिया जा सकता है? क्या हर बार जब देश पर हमला हो, तो उसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शिकायत कर संतोष करना चाहिए? भारत ने इस बार इस परंपरागत सोच को एक नई दिशा दी है—साफ, सटीक और निर्णायक। "ऑपरेशन सिंदूर" इसी बदली हुई नीति का नाम है, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प का ऐलान है।

एक अमानवीय हमले का उत्तर:
पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष भारतीयों की जान गई। इनमें अनेक वे महिलाएं थीं जिनकी मांग का सिंदूर उनके सामने ही मिटा दिया गया। यह सिर्फ़ एक आतंकी हमला नहीं था, यह भारत की सामाजिक और सांस्कृतिक अस्मिता पर चोट थी। और इसलिए, इसका उत्तर केवल गोली से नहीं, प्रतीकों के स्तर पर भी दिया गया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम केवल एक सैन्य कार्रवाई का कोड नहीं है, यह उस सांस्कृतिक प्रतिकार की प्रतीकात्मक घोषणा है जो दर्शाता है कि भारत अब न केवल पीड़ितों की आवाज़ है, बल्कि न्याय का परचम भी है।

प्रतिशोध नहीं, रणनीति:
यह कार्रवाई बदले की भावना में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की नई समझदारी में की गई थी। भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने मोसाद जैसी कार्यकुशलता दिखाई, और आतंकियों के ठिकानों की सटीक जानकारी सशस्त्र बलों को दी। विशेष बात यह रही कि यह सब शहरी और घने आबादी वाले इलाकों में हुआ—बिना किसी नागरिक क्षति के। यह भारत की सैन्य-तकनीक, खुफिया नेटवर्क और ज़मीन पर परिचालन क्षमता का संयोजन था।

महिलाओं की भूमिका—संदेश से बढ़कर प्रतीक:
इस अभियान की सफलता की घोषणा दो महिला सैन्य अधिकारियों ने की। यह एक असाधारण दृश्य था—न केवल इसलिए कि यह महिलाओं के बढ़ते प्रतिनिधित्व का प्रतीक था, बल्कि इसलिए भी कि जिन पर हमला हुआ, वही अब जवाब देने की भूमिका में थीं। यह दृश्य दुश्मनों के लिए चेतावनी और देशवासियों के लिए गर्व का क्षण था।

भारत की नई सीमा रेखा:
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वह हर आतंकी हमले को एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने से पहले, एक ठोस कार्रवाई का विषय बनाएगा। यह ‘लक्ष्मण रेखा’ खींच दी गई है—जिसे पार करने का अर्थ है निश्चित विनाश। चाहे वह आतंकवादी संगठन हों या उन्हें संरक्षण देने वाले राष्ट्र, भारत अब उन्हें उन्हीं की भाषा में उत्तर देने को तैयार है।

यह शुरुआत भर है:
भारत की इस नीति परिवर्तन को एक बार की प्रतिक्रिया न माना जाए। यह एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण है, जिसमें हर हमले का उत्तर पहले से अधिक तीव्र, सटीक और निर्णायक होगा।

अतः, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि उस राष्ट्र-चेतना का पुनर्जागरण है, जो वर्षों से न्याय की प्रतीक्षा में थी।
अब भारत न केवल सहता है, बल्कि संकल्प के साथ प्रत्युत्तर भी देता है। और यही नया भारत है—चेतन, सक्षम और सजग।
(लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं)

बुधवार, 7 मई 2025

अयोध्या के गांवों में जली विकास की लौ, इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड ने किया योगी मॉडल को साकार

अयोध्या (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संचालित विकास योजनाओं को अब निजी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों का भी समर्थन मिलने लगा है। इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ स्थित प्रतिष्ठित कंपनी इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड (IPL) ने अपने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) फंड के तहत मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के पांच गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगवाकर मुख्यमंत्री के विकास मॉडल को मजबूती दी है।
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निजी क्षेत्र ने थामा विकास का हाथ, इंडिया पेस्टिसाइड्स ने रोशन किए अयोध्या के गांव।
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यह कदम विशेष रूप से इसलिए अहम है क्योंकि हाल ही में संपन्न उपचुनाव में मिल्कीपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जुड़ी एक प्रमुख सीट रही है। IPL के निदेशक विश्वास स्वरूप अग्रवाल के मार्गदर्शन में यह परियोजना पूरी की गई है।
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अयोध्या के गांवों तक पहुंचा योगी मॉडल, इंडिया पेस्टिसाइड्स ने सौर लाइट से रचा विकास।
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इन लाइटों की स्थापना कुमारगंज नगर पंचायत के तहत आने वाले पांच गांवों में की गई, जहां स्थानों का चयन अधिशासी अधिकारी संजय शुक्ला द्वारा किया गया। IPL के सीएसआर निदेशक रामकृष्ण सुब्रमण्यम ने जानकारी दी कि इन सोलर लाइट्स से ग्रामीण इलाकों में रात्रिकालीन सुरक्षा बढ़ेगी और बिजली संकट की वजह से होने वाली घटनाओं पर भी रोक लगेगी।
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योगी सरकार के विकास अभियान में इंडिया पेस्टिसाइड्स ने जोड़ा CSR का उजाला।
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इस मौके पर अधिशासी अधिकारी संजय शुक्ला ने कंपनी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “इस प्रकार की पहल से न केवल गांवों की मूलभूत सुविधाएं बेहतर होंगी, बल्कि समाज में निजी संस्थाओं की भूमिका भी मजबूत होगी।”

गौरतलब है कि इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड इससे पहले लखनऊ स्थित लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय को भी उन्नत चिकित्सा उपकरण मुहैया कराकर गरीब मरीजों की सेवा में योगदान दे चुकी है। हाल ही में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के आवास पर अस्पताल के प्रमुख डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी को दिल की बीमारी की जांच करने वाली अत्याधुनिक 2D इको मशीन भेंट की गई थी।

इस सामाजिक पहल में कुमारगंज क्षेत्र की समाजसेविका बबिता तिवारी ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। गांववासियों ने इस कार्य की सराहना करते हुए संस्था और सहयोगियों के प्रति आभार जताया।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की जवाबी कार्रवाई के समर्थन और आतंक के विरोध में उतरे कई देश

नई दिल्ली। भारत की ओर से पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर 6-7 मई की रात की गई एयर स्ट्राइक के बाद कई देशों ने भारत की जवाबी कार्रवाई का समर्थन करते हुए आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की है।
अमेरिका और इजरायल के अलावा कई देशों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ हैं। इसके अलावा कई देशों ने भारत और पाकिस्तान को शांति बरतने की अपील भी की है। दरअसल भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया और सीमा पार पीओके तथा पाकिस्तान के अंदर कई स्थानों पर आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाते हुए नौ उच्च-सटीक हमले किए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सैन्य प्रतिक्रिया को अपरिहार्य बताते हुए कहा मुझे लगता है कि लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि स्थिति जल्दी ही शांत हो जाएगी। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दो पड़ोसियों के बीच संभावित युद्ध को देखते हुए अपनी चिंता को दोहराया। 
इस बीच वाशिंगटन में भारतीय दूतावास ने पुष्टि की कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारत की कार्रवाई के पीछे के कारणों को समझाने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री से बात की थी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस बात पर जोर देते हुए कि दुनिया दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव बर्दाश्त नहीं कर सकती, भारत और पाकिस्तान दोनों से संयम बरतने का आह्वान किया।
भारत की सैन्य कार्रवाई का स्पष्ट समर्थन करते हुए भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार की पुष्टि की। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा इजरायल भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि निर्दोषों के खिलाफ उनके जघन्य अपराधों से बचने के लिए कोई जगह नहीं है।
इस मुद्दे पर चीन ने जहां भारत की कार्रवाई को ‘अफसोसजनक’ बताया, वहीं आतंकवाद की निंदा भी की। चीनी विदेश मंत्रालय ने तनाव बढ़ने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के व्यापक हित में कार्य करने, शांत रहने और ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह करते हैं, जो स्थिति को और जटिल बना सकती हैं। वहीं तुर्की ने एक कदम आगे बढ़कर पाकिस्तान के साथ एकजुटता व्यक्त की और भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान को अकारण आक्रामकता करार दिया।
इसके अलावा रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने बढ़ते सैन्य टकराव पर गहरी चिंता व्यक्त की और दोनों पक्षों से इस स्थिति से पीछे हटने का आग्रह किया। फ्रांस और जापान ने भी सैन्य संयम बरतने का आह्वान किया और समाधान के लिए संवाद को एकमात्र स्थायी मार्ग बताया। इसी तरह यूएई के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने कूटनीति के महत्व पर जोर दिया और दोनों देशों से आगे के संघर्ष से बचने का आग्रह किया।
ऑपरेशन के बाद भारत अपने राजनयिक आउटरीच में सक्रिय रहा है। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कतर के पीएम मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जस्सिम अल थानी के साथ बात की है। इस बीच एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, यूएई, जापान, रूस, चीन और फ्रांस के अपने समकक्षों के साथ वार्ता की। इसके अतिरिक्त, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी और गैर-स्थायी दोनों सदस्यों को जानकारी दी है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

मंगलवार, 6 मई 2025

सीजेए का बढ़ा कुनबा, ऊंचाहार में युवाओं ने ली सदस्यता

- साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन की टीम ने सांस्कृतिक एवं वैवाहिक कार्यक्रम में की शिरकत

रायबरेली। साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) के संगठन विस्तार में युवाओं ने सदस्यता ग्रहण कर ऊंचाहार में मजबूत टीम बनकर पत्रकारों, कलमकारों एवं आमजन के आवाज को उठाने का बीड़ा लिया है जिसमें युवाओं का जुनून देखते हुए राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी ने संगठन की सदस्यता दिलाकर संगठन परिवार का कुनबा बढ़ाने का काम किया है।


बताते चलें कि साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन की संस्थापिका पुष्पा पाण्डेया, संरक्षक पीयूष त्रिपाठी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष शाश्वत तिवारी के निर्देशन पर समूचे देश में संगठन विस्तार एवं सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है जिसके क्रम में प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी द्वारा रायबरेली जिले के ऊंचाहार कस्बे में युवाओं द्वारा लगातार संगठन से जुड़ने के आग्रह पर लगभग एक दर्जन युवाओं को सदस्यता दिलाकर संगठन के संविधान तथा शीर्ष नेतृत्व द्वारा जारी किए गए निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए राष्ट्र सर्वोपरि के भाव से काम करने की नसीहत दी गई है। इस दौरान संगठन के राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान ने संगठन का उद्देश्य एवं कार्य शैली पर चर्चा कर युवाओं को देशहित, समाजहित एवं संगठन हित में कार्य करने का पाठ पढ़ाया जिसे उपस्थित लोगों ने स्वीकार किया है।
संगठन विस्तार के बाद संगठन के नवमनोनीत युवा तहसील प्रभारी (ऊंचाहार) अंकुश यादव के आग्रह पर उनके परिवार में हो रहे वैवाहिक कार्य तथा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित होकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेकर राधा - कृष्ण एवं भोले बाबा - पार्वती आदि का अभिनय कर रहे कलाकारों को प्रोत्साहित किया गया साथ ही नव दंपत्ति को सुखमय जीवन का आशीर्वाद भी दिया गया।
इस दौरान सदस्यता लेने वालों में से सूर्या यादव उर्फ मदन (भावी जिला पंचायत सदस्य), अंकुश यादव, अभिषेक यादव, रिषी, सचिन कुमार, गोलू, आदित्य कुमार, आशीष, अमित यादव, नितिन ठाकुर, मुहाफ़िज़, तकी, दीपक सिंह, शाहनवाज सहित कई अन्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे हैं।

स्थायी टैलेंट निर्माण के दौर में भारत, हर क्षेत्र में कुशल भारतीयों की जरूरतः डॉ. जयशंकर

नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को यहां ग्लोबल एक्सेस टू टैलेंट फ्रॉम इंडिया (जीएटीआई) कार्यक्रम में देश की मानव संसाधन क्षमताओं और वैश्विक स्तर पर उसकी बढ़ती भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत स्थायी टैलेंट निर्माण के दौर में है और विश्व के हर क्षेत्र में कुशल भारतीयों की जरूरत है। उन्होंने भारतीय प्रतिभाओं को दुनियाभर से जोड़ने में विदेश मंत्रालय की भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी महज राजनयिक संबंधों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया और भारतीय टैलेंट को आपस में जोड़ना भी है।
विदेश मंत्री ने कहा कि आज भारत के पास केवल टैलेंट नहीं है, बल्कि उसे पूरी दुनिया में भेजने की क्षमता और जरूरत दोनों है। प्रवासी भारतीयों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि आज अमेरिका में भारतीय टेक प्रोफेशनल्स और उद्यमी हैं, यूरोप व उत्तर अमेरिका में ब्लू कॉलर वर्कर्स और स्वरोजगार करने वाले लोग हैं, तो दुनिया के कई देशों में भारतीय वैज्ञानिक और शोधकर्ता भी योगदान दे रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार जयशंकर ने जर्मनी, जापान, इजरायल, मॉरीशस, मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों का उदाहरण देते हुए बताया कि ये सभी भारतीय प्रतिभा को आकर्षित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा भारत अब स्थायी टैलेंट निर्माण के दौर में है और दुनिया के हर क्षेत्र में कुशल भारतीयों की जरूरत महसूस हो रही है। अगर हम अपने विकास की वर्तमान स्थिति को देखें तो दो सच्चाई सामने आती हैं। पहली यह कि हमने अतीत में अपनी मानव संसाधन क्षमता का पूरा उपयोग नहीं किया और दूसरी यह कि भारत अब दूसरे एशियाई देशों के रास्ते को कॉपी करके तेज़ी से विकसित नहीं हो सकता। हमारे विकास के रास्ते और जरूरतें अलग हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारतीय वर्कफोर्स को समकालीन युग में अधिक उत्पादक बनाने के लिए कौशल प्रशिक्षण, व्यावसायिक शिक्षा और पेशेवर तैयारी के प्रयासों की एक श्रृंखला शुरू की है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हो रहा है, इसका अधिकांश हिस्सा हमारे लोगों पर ही केंद्रित होगा। बता दें कि जीएटीआई एक गैर-लाभकारी संस्था है, जिसका उद्देश्य भारत से विदेशों में रोजगार पाने के लिए एक बेहतर और सक्षम माहौल तैयार करना है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

सोमवार, 5 मई 2025

आपसी समझ से द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर केंद्रित भारतः डॉ. जयशंकर

नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने रविवार को आर्कटिक सर्कल इंडिया फोरम 2025 में आर्कटिक सर्कल के अध्यक्ष ओलाफुर राग्नार ग्रिम्सन और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) के अध्यक्ष समीर सरन के साथ एक उच्च स्तरीय चर्चा में भाग लिया। बातचीत आर्कटिक की उभरती भू-राजनीतिक गतिशीलता और वैश्विक बदलावों से इस क्षेत्र के भविष्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर केंद्रित थी, जिसमें डॉ. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत बिना किसी का पक्ष लिए आपसी समझ से द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है।
डॉ. जयशंकर ने वैश्विक मामलों में आर्कटिक की बढ़ती प्रासंगिकता पर जोर दिया और इस क्षेत्र में भारत की बढ़ती जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कनेक्टिविटी, प्रौद्योगिकी, वैज्ञानिक अनुसंधान, संसाधन अन्वेषण और अंतरिक्ष सहयोग जैसे क्षेत्रों में नए अवसरों की ओर इशारा किया। साथ ही, उन्होंने इस नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न पर्यावरणीय जोखिमों के बारे में अधिक जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
वैश्विक शक्ति परिवर्तन के व्यापक संदर्भ को संबोधित करते हुए, मंत्री ने भारत की विदेश नीति में अधिक व्यावहारिक और हित-संचालित दृष्टिकोण का आह्वान किया। उन्होंने प्रमुख शक्तियों - जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस - के साथ संबंधों को आदर्शवाद के बजाय रणनीतिक स्पष्टता के आधार पर मैनेज करने की वकालत की।
डॉ. जयशंकर ने यह समझाते हुए कि भारत एक संतुलित और सैद्धांतिक रुख रखता है, भारत-रूस संबंधों पर साझेदारी को "आधारभूत यथार्थवाद" में निहित बताया। उन्होंने दोहराया कि भारत पक्ष नहीं लेता है, बल्कि आपसी समझ के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है। चल रहे रूस-यूक्रेन संघर्ष के बारे में, उन्होंने गैर-हस्तक्षेप की अपनी दीर्घकालिक नीति को बनाए रखते हुए और निर्देशात्मक कूटनीति से बचने के साथ शांति प्रयासों का समर्थन करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
"अमेरिकी यथार्थवाद" की अपनी अवधारणा का विस्तार करते हुए, डॉ. जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ भारत के जुड़ाव को वैचारिक मतभेदों पर साझा हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने दोनों देशों से वैचारिक विभाजन से आगे बढ़ने और पारस्परिक लाभ के क्षेत्रों में मिलकर काम करने का आग्रह किया।
आर्कटिक, अपने विशाल सामरिक महत्व के साथ-अप्रयुक्त प्राकृतिक संसाधनों से लेकर उभरते समुद्री मार्गों तक- वैश्विक सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण सीमा का प्रतिनिधित्व करता है। यह पर्यावरण और जलवायु अनुसंधान के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है। जैसे-जैसे इस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय रुचि बढ़ती है, भारत की सक्रिय भागीदारी बहुपक्षवाद, स्थिरता और नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था के प्रति उसकी व्यापक प्रतिबद्धता का संकेत देती है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

शनिवार, 3 मई 2025

साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने किया पत्रकारों पर चिंता

- ऊंचाहार में संगठन विस्तार पर हुई चर्चा

रायबरेली। साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) द्वारा विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पत्रकारों के हालात पर चिंता कर आगामी की रणनीति बनाई है तथा रायबरेली जनपद में संगठन विस्तार पर गहन चर्चा की गई है।
बताते चलें कि पत्रकारों एवं कलमकारों के शीर्ष संगठन साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए) की एक अहम बैठक विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को ऊंचाहार में हुई जहां पत्रकारों की वर्तमान की स्थिति पर गहन चर्चा हुई। बैठक में संगठन के राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी तथा राज्य सलाहकार समिति उ० प्र० के चेयरमैन ठाकुर अम्बरीष सिंह ने उपस्थिति दर्ज करते हुए पत्रकारों की स्थिति एवं संगठन विस्तार पर चर्चा की। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाश्वत तिवारी के साथ जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल विधानसभा अध्यक्ष तथा राज्यपाल उत्तर प्रदेश से भेंट कर पत्रकारों की सुरक्षा, सम्मान एवं आर्थिक स्थिति पर चर्चा कर पत्रकारों को मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा। आगे बताया कि संगठन की संस्थापिका पुष्पा पाण्डेया की मांगों के क्रम में देश में मीडिया को संवैधानिक दर्जा देते हुए गजट के माध्यम से मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ घोषित कराने के साथ ही मीडिया आयोग का गठन, मीडियाकर्मियों का रजिस्टर, मीडिया सम्मान निधि, मीडिया कर्मियों को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा सहित पत्रकारों को आवास एवं रोजगार सहित अन्य कई मुद्दों पर मांग जारी रहेगी। इसके साथ ही जनपद रायबरेली में संगठन को जल्द ही विस्तार देने की रूपरेखा भी तैयार की गई है।
इस दौरान सूर्या यादव (भावी प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य ऊंचाहार), अंकुश यादव, अशेन्द्र यादव, अमित यादव, सचिन यादव, नितिन ठाकुर, बब्लू गुप्ता, रामकुमार मौर्या सहित कई अन्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे हैं।

शुक्रवार, 2 मई 2025

वियतनाम पहुंचे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष, लाखों श्रद्धालु करेंगे दर्शन-पूजन

हनोई। भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेष दर्शन-पूजन के लिए वियतनाम पहुंचे हैं। उत्तर प्रदेश के सारनाथ स्थित एक विहार में स्थापित भगवान बुद्ध के अस्थि कलश को 2 से 21 मई तक वियतनाम में आयोजित एक प्रदर्शनी के लिए गुरुवार को भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान द्वारा वियतनाम भेजा गया था। 
केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल पवित्र अवशेषों को लेकर वियतनाम पहुंचा, जहां उनका शानदार स्वागत किया गया। मंत्री रिजिजू के कार्यालय की ओर से एक ‘एक्स’ पोस्ट में कहा गया केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों के साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए वियतनाम पहुंचे। वियतनाम सरकार द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जो हमारे साझा आध्यात्मिक मूल्यों और सभ्यतागत संबंधों का प्रमाण है। पवित्र अवशेष संयुक्त राष्ट्र वेसाक दिवस समारोह के लिए 2 से 21 मई 2025 तक वियतनाम में रहेंगे।
इन पवित्र अवशेषों को कई महत्वपूर्ण स्थलों पर समारोहपूर्वक रखा जाएगा, जहां बौद्ध भिक्षुओं और स्थानीय श्रद्धालुओं की ओर से इनकी पूजा-अर्चना की जाएगी। अवशेषों को हो ची मिन्ह शहर के हान ताम मठ में 2-8 मई तक, इसके बाद बा डेन माउंटेन, ताई निन्ह प्रांत में 9-13 मई तक, क्वान सू मठ, हनोई में 14-18 मई तक और अंत में 18-21 मई तक ताम चुक मठ, हा नाम प्रांत में प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा, जहां लाखों लोग इसके दर्शन करेंगे।
यह कदम भारत और वियतनाम के बीच धार्मिक एवं सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देगा। वियतनाम सरकार ने इसके लिए भारत के प्रति अपना आभार भी व्यक्त किया है। बता दें कि मार्च 2024 में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को 26 दिवसीय प्रदर्शनी के लिए थाईलैंड भेजा गया था, जहां विभिन्न शहरों में लाखों लोगों ने इनके दर्शन किए थे।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

फतेहपुर में बढ़ा सियासी बवाल: दिवंगत लेखपाल सुधीर के घर पहुँचे अखिलेश यादव, बोले—“दोषियों को बचने नहीं दूंगा”

- अखिलेश यादव ने परिजनों को दिया मदद, सरकार से उठाई कई मांग - एसआईआर के बढ़ते मामलों पर उग्र दिखे सपा सुप्रीमो, कहा संसद में उठाएंगे मुद्दा ...